रिजल्ट जल्दबाजी, एडमिशन में लेटलतीफी
- यूपी बोर्ड समेत सभी बोर्ड के रिजल्ट जल्दी जारी कर दिए गए
- लेकिन कॉलेजेज एडमिशन प्रोसीजर जल्द शुरू करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे BAREILLY: इंटर स्कूल के बोर्ड पर जल्दी रिजल्ट डिक्लेयर करने का प्रेशर होता है। ताकि यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज में एडमिशन प्रकिया शुरू हो सके। चूंकि हर बार यूपी बोर्ड का रिजल्ट लेट आता था, इसलिए उस पर रिजल्ट जल्दी डिक्लेयर करने का सबसे ज्यादा प्रेशर होता है। स्टूडेंट्स भी यूपी बोर्ड से सबसे ज्यादा इनरोल होते हैं। लेकिन इस बार सभी बोर्ड के इंटर के रिजल्ट डिक्लेयर हो गए। बावजूद इसके कॉलेजेज में एडमिशन शेड्यूल का अता-पता नहीं है। एडमिशन प्रोसेस अपने पुराने शेड्यूल के अनुसार ही होंगे। ऐसे में बोर्ड की ओर से जल्द रिजल्ट जारी करने का स्टूडेंट्स को ज्यादा फायदा नहीं दिखाई दे रहा है। सभी बोर्ड जल्द रिजल्ट जारी किएयूपी बोर्ड ने इस बार रिजल्ट जारी करने में पिछले सभी वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस बार यूपी बोर्ड ने सीबीएसई, सीआईएससीई से अपना रिजल्ट जारी कर नए आयाम गढ़े। साथ ही एक ही दिन में दोनों हाईस्कूल और इंटर के रिजल्ट जारी कर नया कीर्तिमान भी स्थापित किया। इसके बाद सीआईएससीई ने दोनों रिजल्ट एक ही दिन में जारी किया। सबसे बाद में सीबीएसई ने अपना रिजल्ट डिक्लेयर किया। मई खत्म होने से पहले सभी बोर्ड के रिजल्ट जारी हो चुके हैं। एक अनुमान के मुताबिक करीब ब्भ् हजार स्टूडेंट्स एडमिशन की दौड़ में हैं।
एडमिशन के लिए वेट करिए दो महीने तक सभी बोर्ड ने अपने रिजल्ट तो जारी कर दिए हैं लेकिन स्टूडेंट्स को एडमिशन के लिए अभी कफी दिनों तक वेट करना पड़ेगा। जल्द रिजल्ट जारी करने का कॉलेजेज के उपर कोई असर नहीं पड़ने वाला। वे अपने पुराने शेड्यूल के अनुसार ही एडमिशन प्रोसेस स्टार्ट करेंगे। अमूमन क्भ् जून के बाद से ही कॉलेजेज में एडमिशन के लिए कमेटी का गठन होता है। जून के लास्ट वीक से एडमिशन फॉर्म मिलना शुरू होते हैं। इसके बाद जुलाई लास्ट वीक से मेरिट जारी कर काउंसलिंग प्रोसेस शुरू होता है। ऐसे में रिजल्ट जारी होने के बाद एडमिशन के लिए काउंसलिंग प्रोसेस कराने में करीब दो महीने का समय लग जाएगा। स्टूडेंट्स अभी दो महीने एडमिशन के लिए वेट करना पड़ेगा। समर वेकेशन के बाद शुरू होगी काउंसलिंग प्रोसेसइस समय कॉलेजेज में वेकेशन का समय चल रहा है। ऐसे में टीचर्स उपलब्ध हैं और कैंपस बंद चल रहा है। जिस वजह से कॉलेजेज मैनेजमेंट एडमिशन प्रोसेस के शेड्यूल के लिए कोई जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहते। यदि शेड्यूल जल्दी शुरू भी कर दिया गया तो उसे निपटाने के लिए कैंपस में कोई टीचर उपलब्ध नहीं होगा। क्भ् जुलाई के बाद ही टीचर्स कैंपस में उपलब्ध होंगे। इसलिए सभी कॉलेजेज इसके बाद ही काउंसलिंग प्रोसेस शुरू करेंगे।