सैंपलिंग ने तोड़े रिकॉर्ड, कोरोना हो रहा धड़ाम
- पिछले माह जहां 3000 के करीब हो रही थी जांचे, बढ़कर हुई 7 हजार के पार
- संक्रमण दर में आई भारी गिरावट, रिकवरी रेट भी बढ़ा बरेली : अपै्रल में कोरोना ने पलटवार किया तो स्थिति भयावह हो गई। अस्पतालों में मरीजों को एडमिट करने के लिए बेड तक नहीं बचे थे। मरीज को एडमिट कराने के लिए परिजनों को मिन्नतें करनी पड़ रही थीं। यह मंजर देख कर हर किसी की रूह कांप उठी थी, लेकिन मई का करीब आधा महीना बीतने के बाद अब राहत मिलती नजर आ रही है। अप्रैल माह की तुलना में संक्रमण दर में 16 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, रिकवरी रेट भी करीब 30 फीसदी तक बढ़ गया है। रिकॉर्ड सैंपलिंग, केसेस धड़ामहेल्थ अफसरों के अनुसार दो सप्ताह पहले की बात करें तो जिले भर में करीब 3000 से 4500 लोगों की कोरोना जांच की जा रही थी, लेकिन एक सप्ताह से जांच में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। अफसरों के अनुसार अब जांच की संख्या बढ़कर 7000 से अधिक पहुंच गई है। मंडे को जहां 7150 कोरोना जांच हुई थी वहीं ट्यूजडे को यह आंकड़ा बढ़कर 7250 हो गया है।
इतनी घटी संक्रमण दरपिछले माह की बात करें तो कोरोना के केसेस में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही थी जिस कारण संक्रमण दर 24 फीसदी तक पहुंच गई थी, लेकिन अब जांच अधिक होने के बाद भी संक्रमण दर घटकर 8 फीसदी ही रह गई है। जो कि बरेलियंस के लिए शुभ संकेत है।
रिकवरी रेट में इजाफा हेल्थ विभाग के डाटा के अनुसार कोरोना मरीज पहले की तुलना में काफी सेहत में सुधार हो रहा है। जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अप्रैल माह में रिकवरी रेट महज 66 फीसदी तक ही था, जो मई में बढ़कर 90 फीसदी तक आ गया है। बच्चों का रखें विशेष ख्याल हेल्थ अफसरों के अनुसार जिन घरों में छोटे बच्चें हैं उन परिजनों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। वजह है कि बच्चों की इम्युनिटी पॉवर बड़ों की तुलना में कम होती है। वहीं बच्चों को कोविड वैक्सीन लगाने का भी अभी आदेश नही आया है, जिस कारण बच्चों की देखभाल जरूरी है। फैक्ट फाइल - 8,29,485 अब तक हो चुकी कोरोना जांच - 4,085 अब तक है पॉजिटिव केस - 108 वर्तमान में एक्टिव केस - 6,156 अब तक हो चुके हैं स्वस्थ- 254 कोरोना संक्रमितों की हो चुकी है मौत
कोरोना केसेस पहले की तुलना में काफी कम हुए हैं वही रिकवरी रेट में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है। यह शुभ संकेत जरूर है लेकिन कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का सख्ती से पालन अवश्य करें। डॉ। रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी