रक्षाबंधन पर सदा के लिए बिछड़ गई बहन
बेटे संग आई थी बुंदेश्वरी के पति का नाम ओमकार है। वह पटेल नगर, मिलक की रहने वाली थी। उनके चार बच्चे हैं। उसका मायका वानखाना प्रेमनगर में हैं। बुंदेश्वरी के पांच भाई देवक नंदन, राजेंद्र, अशोक, अरविंद्र और सतपाल हैं। सतपाल ने बताया कि वेडनसडे नाइट को बुंदेश्वरी राखी बांधने के लिए अपने बेटे पंकज के साथ यहां आई थी। भाइयों ने रोका था
फ्राइडे को राखी बांधने के बाद वह दोपहर करीब 3 बजे पंकज के साथ बाइक से घर के लिए जा रही थी। रास्ते में सीबी गंज के पास अचानक बुंदेश्वरी बाइक से गिरकर घायल हो गई। उसे तुरंत एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया जहां ट्रीटमेंट के दौरान उसकी डेथ हो गई। सतपाल ने रोते हुए बताया कि उन्होंने बहन को घर जाने से काफी रोका था लेकिन वो नहीं मानीं। पंकज की बहनें सनप्रिया और सुमन अपनी ससुराल से राखी बांधने आने वाली थीं लेकिन इस हादसे के बाद वो भी उसे राखी नहीं बांध सकीं। पुलिस ने बुंदेश्वरी के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।