डीपीआर और बजट के चलते लटका सुभाषनगर आरओबी
- स्मार्ट सिटी योजना के तहत पुल निर्माण के लिए मंजूर हुई है रकम
- सेतु निगम के अधिकारी मुरादाबाद में रेलवे अफसरों से करेंगे वार्ता बरेली : लंबे समय से जाम की समस्या झेल रहे सुभाषनगर के बा¨शदों को कुछ राहत दिखाई दी थी, जो विभागों के खराब तालमेल के चलते आगे नहीं बढ़ पा रही है। डीपीआर और बजट के अभाव में सुभाषनगर का पुल लटक गया है। रेलवे ड्राइंग और एस्टीमेट बनाने के लिए रकम मांग रहा है, लेकिन स्मार्ट सिटी कंपनी के अफसर डीपीआर के बाद ही बजट देने को कह रहे हैं। डीपीआर के बाद मिलेगा बजटसुभाषनगर के बा¨शदों की समस्या को देखते हुए कुछ समय पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, मेयर डा। उमेश गौतम ने स्मार्ट सिटी परियोजना से वहां पुल निर्माण के लिए अधिकारियों को पत्र भेजा था। इसके बाद रेलवे, सेतु निगम, स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों के साथ जाकर संयुक्त सर्वे भी किया था। रेलवे के अधिकारियों ने अपने हिस्से का करीब 52.88 करोड़ रुपये का प्राथमिक एस्टीमेट बनाया। रेलवे अफसरों ने इस एस्टीमेट से दो फीसद करीब 81.36 लाख रुपये की विस्तृत एस्टीमेट और ड्राइंग बनाने के लिए मांगे। पुल निर्माण में सेतु निगम के हिस्से के करीब 38 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। करीब सात सौ मीटर लंबा पुल होगा, जिसमें 125 मीटर भाग रेलवे का होगा। पुल निर्माण के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत करीब 90 करोड़ रुपये मंजूर हो चुका है। पुल निर्माण के लिए जल्द सेतु निगम के अधिकारी मुरादाबाद जाकर रेलवे अफसरों से मिलेंगे। उनसे वार्ता कर समस्या का हल निकाला जाएगा।
सुभाषनगर ओवरब्रिज निर्माण के लिए रकम मंजूर हो चुकी है, लेकिन अब तक रेलवे ने डीपीआर नहीं दी है। डीपीआर देने के बाद उन्हें डिजाइन व ड्राइंग बनाने के लिए रकम दी जाएगी। मामले में वार्ता के लिए सेतु निगम के अधिकारी मुरादाबाद जाएंगे। अभिषेक आनंद, सीईओ, बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी