-फेसबुक से दोस्ती के बाद आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर मांगता था रुपये

-नाइजीरियन ठग से खुफिया एजेंसियों ने की लंबी पूछताछ

बरेली : नाइजीरिया का मूल निवासी राबर्ट साइबर ठगी के साथ ब्लैकमेलिंग भी करता था। इसके लिए अपने देश की महिला मित्र की मदद लेता। वह फेसबुक पर लोगों से दोस्ती करती। इसके बाद अपनी आपत्तिजनक तस्वीरें व वीडियो दिखाकर दूसरों से भी ऐसा करने को कहती थी। इन्हीं वीडियो व तस्वीरों के जरिये ब्लैकमेलिंग कर रकम वसूली जाती थी। शुक्रवार को इंटेलीजेंस ब्यूरो, आर्मी इंटेलीजेंस समेत कई खुफिया टीमों ने उससे पूछताछ जारी रखी। दोपहर को उसे जेल भेज दिया गया।

दस वर्षो से बिना वीजा दिल्ली में ठिकाना बनाने वाला राबर्ट साइबर ठगी कर गिरोह के सदस्यों के खाते में रकम ट्रांसफर करता था। फरीदपुर की भूरे खां की गौटिया में रहने वाले मेहंदी हसन व उसके बेटे अरबाज खातों में भी 80 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे मगर, वे दोनों मुकर गए। बुधवार को राबर्ट खुद को फाइनेंस कर्मचारी बताकर फरीदपुर थाने में शिकायत करने गया था। पूछताछ में पोल खुल गई। शुक्रवार को उसने महिला मित्र के बारे में भी पूरा घटनाक्रम बताया। उस पर फारेनर्स एक्ट के तहत मुकदमा हुआ है। अन्य धाराएं विवेचना में बढ़ेंगी।

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दिल्ली भागे पिता-पुत्र

मेहंदी हसन व अरबाज ठगी से आने वाली रकम का 15 फीसद हिस्सा काटकर बाकी रुपये राबर्ट को दे देते थे। इस बार ऐसा नहीं किया। मामला खुलने के बाद दोनों के दिल्ली, राजस्थान व नोएडा के पांच बैंक खातों की जानकारी ली गई। उस पर दर्ज फोन नंबर के जरिये लोकेशन ली तो पता चला कि वे शुक्रवार दोपहर तक दिल्ली में थे। उन दोनों की तलाश और खातों की केवाइसी क्यों नहीं हुई, बचत खातों में इतनी रकम का लेनदेन कैसे हो गया, यह जानने के लिए एक टीम दिल्ली गई है। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि राबर्ट को दस दिन रिमांड पर लिए जाने की अर्जी दाखिल की जा रही।

Posted By: Inextlive