लॉ की परीक्षा में प्राचार्य ने ही तोड़ा कानून
बरेली : आरयू कैंपस में चल रही क्लॉसिक लॉ कॉलेज की परीक्षाओं में शिक्षक ही नहीं बल्कि खुद प्राचार्य कानून तोड़ते दिखे। वे खुलेआम छात्रों को नकल करा रहे थे। परीक्षा संचालक और विश्वविद्यालय में विधि विभाग के हेड डॉ। अमित सिंह ने मामले की शिकायत की कुलसचिव एके सिंह से की, जिसके बाद आरोपी प्राचार्य मुकुट लाल बिहारी को पूरी परीक्षा से हटा दिया गया। वहीं दो अन्य शिक्षकों के खिलाफ भी शिकायत है लेकिन, उन पर कार्रवाई का फैसला अभी नहीं हो सका है।
विश्वविद्यालय कैंपस में दस जनवरी से क्लॉसिक लॉ कॉलेज की परीक्षाएं चल रही हैं। परीक्षा के पहले दिन से कॉलेज के शिक्षक और प्राचार्य कुछ छात्रों को नकल कराने में लगे थे। जानकारी पर परीक्षा संचालक ने उनको चेतावनी भी दी लेकिन, वे माने नहीं। परीक्षा संचालक के अनुसार कॉलेज के कई शिक्षक अपनी जेब में नकल सामग्री लेकर पहुंचे और छात्रों को नकल कराई। प्राचार्य मुकुट बिहारी लाल भी पीछे नहीं रहे। उन्हें भी कुछ छात्रों को नकल कराते पकड़ा गया।
तंग आकर फ्राइडे को परीक्षा संचालक डॉ। अमित सिंह ने मामले की शिकायत कुलसचिव एके सिंह से की। कुलसचिव ने कार्रवाई करते हुए प्राचार्य का परीक्षा से हटा दिया गया है। अब वह परीक्षा केंद्र पर नहीं जा सकेंगे। वर्जनपरीक्षा में ड्यूटी कर रहे कई शिक्षक नकल के मामले में लिप्त हैं। प्राचार्य भी इसमें शामिल थे। मामले की पुष्टी होने के बाद कुलसचिव से शिकायत की गई। ताकि परीक्षा नकलविहीन कराई जा सकें। कुछ शिक्षक भी छात्रों को गुपचुप तरीके से नकल पहुंचा रहे हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई कराई जाएगी।
-डॉ। अमित सिंह, परीक्षा संचालक व हेड विधि विभाग आरयू ----------------- -परीक्षा संचालक की शिकायत के आधार पर कॉलेज के प्राचार्य को परीक्षा से हटा दिया गया है। कुछ शिक्षक भी इसमें शामिल हैं। यदि वो बाज नहीं आए तो उनको भी परीक्षा से हटा दिया जाएगा। - एके सिंह, कुलसचिव रुविवि ------ -जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो बिल्कुल निराधार हैं। परीक्षा संचालक अपनी मनमानी कर रहे है। एक छात्र को एडमिट कार्ड न होने पर परीक्षा कक्ष से निकाल दिया। जबकि, वो दो पेपर दे चुका है। परीक्षा संचालक ने एक न सुनी। यदि किसी छात्र के पास एडमिट कार्ड नहीं है, तो उसको परीक्षा से कैसे वंचित किया जा सकता है। परीक्षा संचालक अनुभवी शिक्षकों को छोड़ एलएलएम के छात्रों को स्क्वायड में शामिल किए हुए हैं, जो कि गलत है।-मुकुट बिहारी लाल, कार्यवाहक प्राचार्य क्लासिक लॉ कॉलेज