बरेली सेंट्रल जेल से भागे कैदी की तलाश में दबिश
-बालिका से दुष्कर्म और हत्या के मामले में काट रहा था उम्रकैद
-कैदी की तलाश में एसओजी और बरेली पुलिस ने दी दबिश बरेली, किरतपुर (बिजनौर) : बरेली सेंट्रल जेल से सोमवार को भागे सजायाफ्ता कैदी की तलाश में बरेली व स्थानीय पुलिस ने रायपुर मौज्जमपुर गांव में उसके घर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। पुलिस ने उसके स्वजन के मोबाइल सर्विलांस पर लिए हैं।दोपहर बरेली पुलिस ने किरतपुर पुलिस को जानकारी दी थी कि रायपुर मौज्जमपुर गांव निवासी कैदी नरपाल उर्फ सोनू सेंट्रल जेल की दीवार फांदकर भाग गया है। उसकी तलाश में एसओजी और बरेली पुलिस ने गांव में कैदी के घर दबिश दी, लेकिन उसके स्वजन ने जानकारी होने से इन्कार कर दिया। पुलिस के मुताबिक रायपुर मौज्जमपुर गांव के तत्कालीन ग्राम प्रधान रमेश के पुत्र नरपाल उर्फ सोनू ने फरवरी 2009 में एक बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी। छह सितंबर 2010 को न्यायालय एएसजे एफटीसी-1 बिजनौर ने नरपाल को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। 28 अप्रैल 2012 को नरपाल उर्फ सोनू को बरेली सेंट्रल जेल ट्रांसफर किया गया था। सेंट्रल जेल बरेली से आए जेलर हरीश कुमार ने बताया कि नरपाल ने रविवार दोपहर कानपुर में रहने वाले अपने भाई से फोन पर बात कर पैसों का इंतजाम करने को कहा था। कारागार में ही नरपाल की रात दस बजे से दो बजे तक ड्यूटी थी। नरपाल के स्वजन के मोबाइल सर्विलांस पर लिए हैं। नरपाल के पिता की मृत्यु हो चुकी है। नरपाल की पत्नी स्वास्थ्य विभाग में आशा कार्यकर्ता है। उसके दो बेटी व एक बेटा है, जो पढ़ते हैं।