-प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल से पढ़ाई छोड़ने वालों में से सिर्फ 30 फीसदी ही लेते हैं टीसी

-ऐसे बच्चों में अमूमन हो जाते हैं ड्राप आउट, जबकि कई का प्राइवेट स्कूल में होता है दाखिला

BAREILLY: प्राइमरी व जूनियर स्कूलों से हर साल तकरीबन 70 फीसद बच्चे लापता हो जा रहे हैं। ये बच्चे कहां हैं, पढ़ लिख रहे हैं भी या नहीं, इस बात की बेसिक शिक्षा विभाग को कोई भी जानकारी नहीं है। जबकि, स्कूल चलो अभियान के तहत बेसिक शिक्षा अधिकारियों को हर साल पास आउट हो रहे व स्कूल छोड़ रहे बच्चों का डाटा रखना अनिवार्य है। ताकि, हर एक बच्चा आगे भी पढ़ाई जारी रख सके। हैरत की बात है कि बरेली में यह मकसद दम तोड़ रहा है।

फ्0 फीसदी ही कटाते हैं टीसी

प्राइमरी स्कूल-माधोबाड़ी में पिछले साल 8 बच्चों ने भ्वीं क्लास पास किया, जिसमें से सिर्फ फ् बच्चे ही टीसी कटाने आये। यही हाल प्राइमरी स्कूल गंगापुर-ख् और जूनियर हाईस्कूल बारादरी और शहरी व गांव के दूसरे स्कूलों का भी है। यहां भी पिछले सालों में जितने बच्चे स्कूल छोड़कर गए, उनमें से सिर्फ ख्भ् से फ्0 फीसदी ने ही टीसी कटाई।

हर साल ड्रॉप आउट हो रहे हैं बच्चे

स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की मॉनीटरिंग के लिए स्कूल ड्रॉपआउट सर्वे का इंतजार करते हैं, जिसका कोई खास रिजल्ट नहीं निकलता है। स्कूल छोड़ रहे इन लापता बच्चों को ड्रॉपआउट सर्वे में कितना खोजा जाता है इसका आंकलन इसी बात से हो सकता है कि पिछले साल पूरे जिले में सिर्फ क्म्9ख् बच्चे ही ड्रॉपआउट पाये गए। विभाग के अनुसार फिलहाल ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स की संख्या जीरो है।

निचली क्लासेज में करते हैं एडमिशन

बिना टीसी कटाए स्कूल छोड़ने वालों की दूसरी कैटागिरी उन बच्चों की है, जो किसी प्राइवेट स्कूल में एडमिशन ले लेते हैं। प्राइवेट स्कूल में इन बच्चों का एडमिशन बिना टीसी के निचली क्लासेज में कर दिया जाता है। यदि बच्चा भ्वीं क्लास पासआउट किया है तो बहुत हद तक संभावना इस बात की होती है कि प्राइवेट स्कूल उसका एडमिशन फ् या ब् क्लास में करे। जबकि बिना टीसी के एडमिशन देना नियम के खिलाफ है। इस तरह प्राइवेट स्कूल आरटीई की धारा क्म् का भी उल्लंघन कर रहे हैं, जिसमें बच्चों को फेल करने और डिमोट करने पर सीधा प्रतिबंध लगाया गया है।

बिना किसी जानकारी दिये बच्चों के स्कूल छोड़ने के विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मेरे पास अब तक ऐसा कोई आंकड़ा बीएसए के पास से नहीं आया है।

- शशि देवी शर्मा, एडी बेसिक

'स्कूल चलो अभियान' के तहत स्कूल की जिम्मेदारी:

-हर भ् से क्ब् साल के बच्चे का स्कूल में दाखिला कराना।

- बच्चा स्कूल ड्रॉप करता है तो उसकी जानकारी करना, साथ ही उसे दोबारा स्कूल जाने के लिए प्रेरित करना।

-बिना टीसी लिये यदि कोई बच्चा स्कूल छोड़ता है तो उसका पता लगाएं

स्कूल टोटल बच्चे टीसी कटाई

प्राइमरी स्कूल गंगापुर-ख् क्क् ब्

प्राइमरी स्कूल सूफी टोला क्भ् फ्

प्राइमरी स्कूल बल्लिया-आलपुर जाफराबाद ख्0 7

प्राइमरी स्कूल कालीबाड़ी-ख् 7 ख्

जूनियर हाईस्कूल नवाबगंज क्8 8

जूनियर हाईस्कूल सैदपुर खजूरिया-नवाबगंज क्भ् म्

जूनियर हाईस्कूल हरिराम पुर-आलमपुर जाफराबाद ख्म् ख्

जूनियर हाईस्कूल बालजती 9 ख्

टीसी कटाने वाले बच्चों की संख्या मात्र क्0 परसेंट मानता हूं, बच्चों के अभिभावक टीसी को इतना महत्व नहीं देते, पूरे साल स्कूल आने वालों बच्चों की संख्या भी मात्र भ् परसेंट ही होती है।

- नरेश गंगवार, जिलाध्यक्ष-प्राथमिक शिक्षक संघ

Posted By: Inextlive