जॉर्डन के खजूर से महकेगी रमजान की शाम
- शहर में रमजान के वेलकम के लिए तैयारियां पूरी, खजूर, फेनी और खजला के सज गए बाजार
- दरगाह की ओर से जारी की गई जंत्रियां और रमजान की अन्य जानकारियां BAREILLY: इबादत का पाक माह रमजान, चांद दिखने के साथ ही शुरू होने को है। इसके वेलकम के लिए सभी एक्साइटेड हैं। वहीं मस्जिदों की तैयारियों के साथ ही बाजार भी सजकर तैयार हो गया है, लेकिन इस साल इफ्तार की शुरुआत जॉर्डन के खजूर 'अजवा' से होगी। इसके अलावा इस दौरान कचरी, पापड़, फेनी और खजले की दुकानें सजकर तैयार हो गई हैं। सहरी, इबादत, नमाज व अन्य जानकारियां देने के लिए आला हजरत दरगाह की ओर से जंत्री भी जारी की गई हैं, जो वॉट्सएप, फेसबुक और दरगाह की वेबसाइट पर अपलोड की जा रही हैं। खजूर से महकने लगा बाजारखजूर विक्रेता आबिद हुसैन ने बताया कि पहली बार बाजार में जॉर्डन के खजूर 'अजवा' मंगाए गए हैं। यह लोगों की पहली पसंद है। अजवा के बारे में लोगों का कहना है कि मोहम्मद साहब ने जो कुछ पेड़ लगाए थे, उन्हीं पेड़ों के ही खजूर हैं, जिसका आकार आम खजूर से काफी बड़ा होता है। इसकी कीमत करीब क्म् सौ रुपए प्रति किलो ग्राम से शुरू होती है। दूसरी ओर खजूर की अन्य वैराइटी में फर्द, खनेजी, कीमिया, बंचेज की प्राइस 80 से एक हजार के बीच बिक रहे हैं।
70 परसेंट बढ़ गई डिमांड सिटी की सभी फल मंडियों में खजूर के नग आने शुरू हो गए हैं। जॉर्डन, ईराक और ईरान, ट्यूनिशिया समेत अरब के अन्य देशों के खजूर भी लोगों को बेहद पसंद आ रहे हैं। फल मंडी में खजूर विक्रेता शिवम ने बताया कि यूं तो पूरे साल ही खजूर की बिक्री होती है, लेकिन रमजान में इसकी डिमांड करीब 70 परसेंट तक बढ़ जाती है। क्योंकि खजूर में कैल्शियम, विटामिंस व हेल्थ के लिए जरूरी प्रोटीसं होने की वजह से इसकी डिमांड बढ़ जाती है। साफ, सफाई और पुताई का काम पूरा सिटी के ज्यादातर मस्जिदों में रंग रोगन काम भी पूरा हो चुका है। वहीं नमाज के दौरान गर्मी का सामना ना करना पड़े इसके भी अरेंजमेंट्स कर लिए गए हैं। रमजान के दौरान मस्जिदों में अकीदतमंदों की संख्या काफी बढ़ जाती है। इसके बाद तुरंत ईद का त्यौहार भी होता है। रोजा शुरू होने से पहले ही यह काम पूरे हो जाने से अकीदतमंदों को इबादत का पूरा समय मिल जाता है। फेनी, खजले की बिक्री शुरूरमजान में दिन और रात भर गुलजार रहने वाले सैलानी मार्केट में फेनी खजले की दुकानें लग चुकी हैं। इसके अलावा दूर दूर से कारीगर यहां पहुंच कर अपनी दुकानें सजाने लगे हैं। फेनी और खजले बनकर तैयार होने लगे हैं। फेनी बनाने वाले वसीम ने बताया कि सहरी के समय लोग दूध के साथ फेनी और खजला ही खाते हैं। पूरे रमजान माह के दौरान चार से पांच क्विंटल तक फेनी और खजला बिक जाता है।
जारी किया कैलेंडर रोजेदारों के लिए सहरी और इफ्तार के टाइम का जंत्री यानी कैलेंडर दरगाह ए हजरत की ओर से जारी कर दिया गया है। हालांकि यह कैलेंडर पूरे साल के लिए है, लेकिन इसमें रमजान के लिए स्पेशल टाइम टेबल दिया गया है। कैलेंडर में सहरी खाने, पांच टाइम की नमाज, तराबी और इबादत में ज्यादा से ज्यादा समय देने के बारे में बताया गया है। दरगाह के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने बताया कि यह कैलेंडर सभी लोगों को इजिली अवलेबल कराने के लिए व्हाट्सएप से मेसेज किए जा रहे हैं। साथ ही इसे दरगाह की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है। संडे को शुरू हो सकता है रमजानरमजान के पाक माह की तारीख अभी निश्चित नहीं है। नासिर कुरैशी ने बताया कि चांद दिखाई देने के बाद ही इसकी तारीख का ऐलान किया जाएगा, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि संडे या मंडे से रमजान शुरू हो जाएंगे। पर तैयारियां संडे के हिसाब से ही की जा रही है। लोगों ने इस बाबत रमजान की तैयारियों के लिए खरीदारी शुरू कर दी गई है।