- कोहाड़ापीर और शहदाना सब स्टेशन पर आए दिन हंगामा

- 17 सब स्टेशन में से इन्हीं दो पर हो रहा तोड़फोड और पथराव

जून में शहर में लाइन लॉस की स्थिति

इतनी यूनिट बिजली मिली - 767.808 मिलियन यूनिट

इतनी यूनिट बिजली बेची गई - 549.708 मिलियन यूनिट

लाइन लॉस - 218.10 मिलियन यूनिट

लाइन लॉस प्वॉइंट - 28.3 परसेंट

BAREILLY: वैसे तो शहर में बिजली आपूर्ति के लिए क्7 सब स्टेशन हैं, लेकिन इनमें से दो सब स्टेशन लोगों के निशाने पर हैं। कोहाड़ापीर और शहदाना सब स्टेशन पर आए दिन कोई न कोई बखेड़े होते ही रहता है। आलम ये है कि पिछले पांच दिनों से ये सब स्टेशन रणक्षेत्र में तब्दील हो गया है, जिसने भी इस मामले में अपना पैर रखा उनकी जमकर खबर ली गई। आखिर क्या है इसके पीछे की सच्चाई? क्यों बिजली विभाग इन दो सब स्टेशनों की समस्या दूर करने में नाकाम है? जबकि बाकी सब स्टेशन पर सब कुछ नार्मल चल रहा है। आइए हम आपको इसके पीछे की सच्चाई से रूबरू कराते हैं।

कंज्यूमर्स के हिसाब से सब ओके

बिजली विभाग के रजिस्टर्ड में दर्ज आंकड़ों की बात करें तो कोहाड़ापीर सब स्टेशन के अंतर्गत कंज्यूमर की संख्या क्ख्,000 है। और शहदाना सब स्टेशन से जुड़े कंज्यूमर की संख्या ख्ख्,000 है। बकौल कंज्यूमर्स इंफ्रास्ट्रक्चर में कोई कमी नहीं है। बिजली की सप्लाई के लिए शहदाना में 9क् और कोहाड़ापीर में फ्भ् ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। इसके बावजूद फॉल्ट ने बिजली विभाग की नींद उड़ा दी है।

सब ओके फिर भी दिक्कत

अब सवाल उठता है कि सब कुछ ओके होने के बाद भी लोकल फॉल्ट क्यों हो रहा है? क्यों आए दिन ट्रांसफार्मर फूंक रहे हैं? और क्यों ब्रेकर फट रहे हैं? इसकी सच्चाई जानने के लिए जब हम बिजली विभाग के अधिकारियों से मिले तो काफी चौंकाने वाले फैक्ट्स सामने आए। उन्होंने बताया कि लीगल से कहीं अधिक कटिया फंसाकर लोग बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकतर लोग बिना लोड बढ़ाए ही इल्लीगल तरीके से बिजली कंज्यूम कर रहे हैं। इस वजह से लोकल फॉल्ट हो रहा है। खुद बिजली चोरी कर लोग सीनाजोरी पर उतर आ रहे हैं। इसका असर तो बिजली विभाग पड़ ही रहा है साथ ही जो लीगली बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें भी परेशानी हो रही है।

म् की जगह क्क् मिलियन यूनिट बिजली कंज्यूम कर डाली

थर्ड डिविजन के अंतर्गत टोटल छह सब स्टेशन आते हैं। इनमें शहदाना और कोहाड़ापीर सहित जगतपुर, राजेंद्र नगर, डीडीपुरम और इज्जतनगर सब स्टेशन शामिल है। इनके अंतर्गत प्रेमनगर, बारादरी और इज्जतनगर थाना क्षेत्र के कंज्यूमर्स भी आते हैं। जून में फ्ख् मिलियन यूनिट बिजली इन क्षेत्र के कंज्यूमर्स ने कंज्यूम की, लेकिन सिर्फ कोहाड़ापीर और शहदाना की बात करें तो टोटल कंज्यूम हुई बिजली का एक तिहाई यानी क्क् मिलियन यूनिट बिजली यहीं कंज्यूम की गई, जबकि जितने कंज्यूमर्स रजिस्टर्ड हैं उसके अनुसार इन दोनों सब स्टेशनों में म् मिलियन यूनिट ही बिजली कंज्यूम होनी चाहिए थी।

बिजली को लेकर हल्ला बोल

कोहाड़ापीर सब स्टेशन

- फ् जुलाई - बिजली कटौती से परेशान लोगों ने रात क् बजे सब स्टेशन पर जमकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की। सुरक्षा की दृष्टि से आरएएफ के जवान तैनात करने पड़े थे।

- ख् जुलाई - सब स्टेशन पर लोगों ने हमला बोल कर्मचारियों के साथ मारपीट की। एक कर्मचारी से मोबाइल लूट लिया। ऑफिस का फोन तोड़ दिया।

- क् जुलाई - महिला जागृति मंच की महिलाओं ने सब स्टेशन पर हल्ला बोल दिया। मंच की अध्यक्ष डॉ। मनु नीरज ने समस्या का समाधान नहीं होने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी थी।

- फ्0 जून - गुस्साए सैकड़ों लोगों ने सब स्टेशन का घेराव कर लिया। धर्मकांटा रोड पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस के जवानों ने जाम किसी तरह से जाम खुलवाया।

शहदाना सब स्टेशन

- ब् जुलाई - दोपहर क्ख् बजे बवाल। एसीएम और दरोग के साथ मारपीट। सब स्टेशन पर लोगों ने किया पथराव।

- फ् जुलाई - रात क्क् बजे सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए। सड़क जाम कर बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

- ख् जुलाई - मार्निग क्0 बजे दर्जनों की संख्या में लोगों ने सब स्टेशन में तोड़फोड़ किया। कर्मचारियों ने किसी तरह गेट बंद कर अपनी जान बचाई।

ओवर लोड और अवैध कनेक्शन की वजह से इस तरह की समस्या आ रही है। कंज्यूमर्स के हिसाब से विभाग द्वारा कोई कमी नहीं है। सब स्टेशन पर फॉल्ट को ठीक करने के लिए रात में चार कर्मचारियों की एक्स्ट्रा ड्यूटी लगाई गई है। सब स्टेशन पर तोड़फोड़ करना किसी समस्या का हल नहीं है।

- मधुकर वर्मा, एसई, बिजली विभाग

क्00 केवीए का ट्रांसफार्मर पर 80 केवीए तक ट्रांसफार्मर पर लोड डाला जा सकता है, लेकिन लोगों द्वारा चोरी छुपे बिजली इस्तेमाल करने से प्रॉब्लम्स आ रही हैं। घरों में एसी, कूलर की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन उस हिसाब से लोग लोड नहीं बढ़वा रहे हैं।

- नंदलाल, एक्सईएन, बिजली विभाग

ऑफिसर्स का रवैया ठीक नहीं होता है। मामूली खराबी को ठीक करने में दो से तीन दिन का समय लगाते हैं। रात के वक्त ऑफिसर्स एक कर्मचारी के भरोसे पूरा सब स्टेशन छोड़ देते हैं।

- सय्यद रेहान अली, पार्षद, शहदाना

Posted By: Inextlive