Bareilly : बीसीबी के बीएससी बायोटेक डिपार्टमेंट में कैरीओन बायोटेक एसोसिएशन के अंतर्गत 'एक्ट नाऊ एज ए होल टू प्रोटेक्ट ओजोन होल' टॉपिक पर 'आन द स्पॉट' पोस्टर कॉम्पिटीशन ऑर्गनाइज किया गया. इसमें बीएससी बायोटेक फस्र्ट सेकेंड थर्ड और पीजी डिप्लोमा इन प्रोफेशनल बायोटेक्नोलॉजी के करीब 60 स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट कर ओजोन लेयर के फायदे इस पर व हृयूमन बॉडी पर मंडरा रहे खतरे के प्रति सभी को अवेयर किया. इस ऑकेजन पर हेड डॉ. तृप्ता खरे डॉ. शालिनी अलका सिंह समेत कई मौजूद रहे.


पूरे विश्व पर खतराबॉटनी डिपाटमेंट में ऑर्गनाइज लेक्चर में डॉ। आलोक खरे ने स्टूडेंट्स को बताया कि ओजोन लेयर पर खतरा मंडराने से पूरे विश्व पर खतरा मंडरा रहा है। फ्यूचर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में भी इस ऑकेजन पर पोस्टर मेकिंग कॉम्पिटीशन ऑर्गनाइज किया गया। बीसीबी के बॉटनी डिपार्टमेंट के डॉ। आलोक खरे ने स्लाइड प्रेजेंटेशन से ओजोन परत के क्षय के कारणों और उसके प्रभावों पर प्रकाश डाला। पोस्टर कॉम्पिटीशन में शेखर कुमार को फस्र्ट, अलिंदर गुप्ता को सेकेंड और रजत दीक्षित को थर्ड प्राइज दिया गया। इसके अलावा स्वरूप, मयंक, अनिल वर्मा, प्रतीक, शुभांगी, अर्पित, साक्षी, शिखा को सांत्वना प्राइज दिया गया। मनुष्य तो अतिथि है
खंडेलवाल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी में आईवीआरआई के पूर्व वैज्ञानिक डॉ। डीसी शुक्ला ने बताया कि ओजोन लेयर से बड़ा खतरा शहरी यातायात व्यवस्था में है। रक्षपाल बहादुर कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी में भी पोस्टर मेकिंग कॉम्पिटीशन हुआ। डॉ। नीरज सक्सेना ने ओजोन और उसकी सुरक्षा के महत्व को समझाया। महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में बायोलॉजिकल सोसाइटी ने कॉम्पिटीशन कराया। यहां डीआईजी आरकेएस राठौर ने

Posted By: Inextlive