अस्पतालों में टेस्टिंग के दौरान कोविड मरीज सामने आ रहे हैैं. इसको लेकर शासन की ओर से भी स्वास्थ्य विभाग को और एक्टिव होने के निर्देश दिए गए हैैं. लेकिन जांच के बाद भी सर्विलांस टीम की रिपोर्ट में पॉजिटिव मरीजों का सही डेटा शो नहीं हो रहा हैैं.

बरेली(ब्यूरो)। अस्पतालों में टेस्टिंग के दौरान कोविड मरीज सामने आ रहे हैैं। इसको लेकर शासन की ओर से भी स्वास्थ्य विभाग को और एक्टिव होने के निर्देश दिए गए हैैं। लेकिन, जांच के बाद भी सर्विलांस टीम की रिपोर्ट में पॉजिटिव मरीजों का सही डेटा शो नहीं हो रहा हैैं। यह हम नहीं कह रहे बल्कि स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़े बता रहे हैैं। इस समय जिले में 15 एक्टिव केसेस हैैं, तीन सौ बेड अस्पताल समेत कई स्थानों पर कोविड सैैंपलिंग की जा रही है।

दो संक्रमित, दिखाया एक
मंगलवार को तीन सौ बेड अस्पताल में कोविड टेस्टिंग कराने पर सुपर सिटी कॉलोनी निवासी चिकित्सक में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। लेकिन, शाम को सर्विलांस टीम द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में चिकित्सक के संक्रमित होने का डेटा नहीं शो किया गया, बल्कि 55 वर्षीय महिला की संक्रमित होने की ही रिपोर्ट दिखाई गई है। इसके साथ चिकित्सक के संक्रमित होने का डेटा शो नहीं किया जा रहा है। वहीं बुधवार को सर्विलांस टीम के मुताबिक एक भी केस सामने नहीं आया है। इसको लेकर सर्विलांस टीम के अधिकारी डॉ। अनुराग गौतम बताते हैैं कि पॉजिटिव केस को लैब से अपडेट किया जाता है। पोर्टल पर कभी-कभी डेटा देरी से अपलोड होता है तो कभी-कभी देरी से शो भी होता है।

15 केसेस हैैं एक्टिव
जिला अस्पताल की एडीएसआईसी डॉ अलका शर्मा ने बताया कि अस्पताल में रोजाना हजारों की संख्या में मरीज आते हैैं। कोविड केसेस को देखते हुए चिकित्सकों को निर्देशित किया गया है कि मरीजों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें। साथ ही स्टाफ को मास्क लगाकर कार्य करने के लिए कहा गया है। बता दें जिले में मौजूदा समय में 15 कोविड केसेस एक्टिव हैैं, जोकि होम आइसोलेट हैं।

मास्क है कवच
दो गज की दूरी मास्क जरूरी को भूलकर लोग बाजारों में भीड़ का हिस्सा बन रहे हैैं। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों पर गौर किया जाए तो कई मरीजों की हिस्ट्री में बाजार से वापस आने के बाद स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं सामने आई हैैं। लेकिन, बाजार में अधिकांश लोग बिना मास्क के नजर आ रहे हैैं। इस संबंध में कई लोगों के तर्क से उनकी नासमझी भी उजागर हुई। मास्क लगाने तक से गुरेज करने वालों में किसी ने कहा कि उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है, तो किसी ने कहा कि अब तो कोराना ज्यादा घातक नहीं रह गया है।

Posted By: Inextlive