यहां आउटिंग पर भारी पड़ रही ईवटीजिंग
- सिविल लाइंस में शोहदों के साथ ही रिक्शा व ऑटो चालक भी करते हैं छेड़छाड़
BAREILLY: शहर का दायरा तो बढ़ता जा रहा है लेकिन लोगों की मानसिकता सिकुड़ती जा रही है। इसका सुबूत शहर के सबसे पॉश एरिया सिविल लाइंस है। यह एरिया आधुनिकता की रेस में आगे निकलने की होड़ में है। लेकिन यहां की सड़कें लड़कियों के लिए कतई सेफ नहीं हैं। क्योंकि चौराहे आने जाने वालों समेत शोहदों का अड्डा बनते जा रहे हैं। तो रिक्शा और ऑटो चालकों की घूरती नजरों का गर्ल्स को शिकार होना पड़ता है। कभी कभार हाय-तौबा मचने पर ऑपरेशन मजनू सरीखे पुलिसिया अभियान चलाए गए। हालत यह है कि एक बार फिर से सिविल लाइंस में देर शाम स्ट्रीट फूड स्टॉल्स सजने के साथ ही शोहदों जमा होने का सिलसिला शुरू हो जाता है। चौराहे बन गए शोहदों के अड्डे स्थान - सिविल लाइंस हनुमान मंदिरसमय - दोपहर ख् बजे
हनुमान मंदिर के पास स्थित फैशन शॉप्स पर लड़कियां शॉपिंग कर रही थी। वहीं, बाहर बाइक के इर्द गिर्द करीब चार लड़के ग्रुप बनाकर खड़े थे। कपड़ों से अच्छी फैमिली के नजर आ रहे थे। लेकिन सलीका उन्हें बात करने का और खड़े होने का भी नहीं था। क्योंकि पास ही के शॉप से जब दो लड़कियां बाहर आई। तो इनकी नजरें उन्हें घूरने में व्यस्त हों गई। वहां से निकलकर लड़कियां मंदिर की ओर जाने लगी। तो लड़के भी जल्दी से बाइक में लॉक लगाकर उनके पीछे हो लिए। लड़कियों के जाने के बाद ये लड़के फिर वापस आकर वहीं, खड़े हो गए। शॉपिंग के लिए गयीं लड़कियों ने बताया कि शाम को शॉपिंग करना ज्यादा बेहतर होता है। लेकिन शोहदों की हरकतों की वजह से दोपहर में ही शॉपिंग करनी पड़ती है। अभी शाम ढलेगी तो तकरीबन ख्0-ख्भ् लड़के यहां आकर खड़े होकर लड़कियों पर ईवटीजिंग करने लगते हैं। इसके अलावा यहां रिक्शा वाले भी गर्ल्स को परेशान करते हैं।
क्या कहती हैं सायकोलॉजिस्ट पॉश एरिया में लड़कों का इरादा कतई लड़कियों पर फब्तियां कसने का नहीं होता। इन प्लेसेज पर लड़कियां रईसजादों के लिए केवल सिंबल ऑफ एंटरटेनमेंट होती हैं। वह उन्हें घूरकर अपनी सेक्स मोटिव को शांत करते हैं। क्योंकि हार्मोनल चेंजेज की वजह से उनमें अपोजिट सेक्स अट्रैक्शन होता है। लेकिन एजुकेटेड फैमिली होने की वजह से छेड़छाड़ के संबंधित खतरों के प्रति जानकार होते हैं। सायकोलॉजिस्ट हेमा खन्ना ने बताया कि पॉश एरिया में शॉपिंग के लिए अलर्ट रहना चाहिए। जरूरत पड़ने पर कंप्लेन भी करनी चाहिए।छेड़छाड़ होने पर यहां करें शिकायत
थाना लैंडलाइन सीयूजी कोतवाली 0भ्8क्-ख्भ्77क्भ्ख् 9ब्भ्ब्ब्0फ्09फ् शाम को यहां काफी तादाद में शोहदे जमा हो जाते हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए दिन में ही शॉपिंग कर लेने से छेड़छाड़ की पेरशानी से काफी हद तक राहत मिल जाती है। ज्योति राणा, स्टूडेंट छेड़छाड़ के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई केवल खानापूर्ति भर रहती है। गर्ल्स को अवेयर होना पड़ेगा। ईवटीजिंग होने पर गर्ल्स एकजुट होकर विरोध करें। अनुष्का, स्टूडेंट