'शक्ति' दिवस में दूर होंगी महिलाओं की प्रॉब्लम
महिलाओं को शिविर में लाने और घर वापस छोड़ने जाएंगे अधिकारी
शासन का आदेश मिलते ही जिला प्रशासन ने की तैयारी पुलिस लाइंस में प्रथम और रूरल एरिया के थानों में तृतीय शनिवार के अधिकारियों की ड्यूटी फिक्स BAREILLY:महिलाओं के साथ उत्पीड़न के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और यौन उत्पीड़न के मामलों में महिलाएं को कई बार थानों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। महिलाओं की सभी प्रॉब्लम को एक ही प्लेस पर दूर करने और क्राइम कंट्रोल करने के मकसद से अब तहसील दिवस और समाधान दिवस की तरह 'शक्ति' विशेष सुनवाई दिवस यानि महिला समाधान दिवस का आयोजन किया जाएगा। सिटी में पुलिस लाइंस और रूरल एरिया के थानों में इसका आयोजन होगा। इन महिलाओं को मजिस्ट्रेट गांव से शिविर में लाकर वापस उन्हें घर तक भी छोड़ने जाएंगे। शासन का आदेश मिलने पर प्रशासन ने महिला समाधान दिवस की डेट घोषित कर दी है। यह दिवस प्रत्येक माह के फर्स्ट और थर्ड सैटरडे पर आयोजित होगा।
प्रधानों के जरिए गांव में प्रचारकानपुर में शक्ति विशेष सुनवाई दिवस का आयोजन पहले से किया गया। इसकी वजह से महिलाओं के साथ होने वाले अपराध में भी कमी आयी। कानपुर में सफल प्रयोग के बाद ही शासन ने सभी जिलों को अपने यहां शक्ति विशेष सुनवाई दिवस के आयोजन करने के निर्देश दिए हैं। सिटी में पुलिस लाइंस और रूरल एरिया में सभी थानों में महिला समाधान दिवस का आयोजन किया जाएगा। शिविर में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लाने के लिए थानाध्यक्ष और लेखपाल प्रधानों के माध्यम से पम्फलेट छपवाकर प्रचार करेंगे। शक्ति विशेष सुनवाई दिवस की अलग से मोहरें बनायी जाएंगी। ये मोहरें थानों और एसडीएम के पास मौजूद रहेंगी। महिलाओं के प्रार्थना पत्र पर यह मोहरें अलग से पहचान के लिए लगायी जाएंगी।
तहसील दिवस और समाधान दिवस के प्रार्थनापत्र भी होंगे मर्जशासन का आदेश है कि शिविर में दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और जमीन संबंधी समस्या से ज्यादा परेशान महिलाओं की प्रजेंस पर ज्यादा ध्यान दिया जाए। यही नहीं पहले से ही तहसील दिवस और समाधान दिवसों में आयी महिलाओं की शिकायतों को भी कलेक्ट कर महिला समाधान दिवस में पेश कर उसका निस्तारण किया जाए। रूरल एरिया में थानों में एक मजिस्ट्रेट औ दो जिला स्तरीय अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। इन अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वह शिकायत करने वाली महिलाओं को अपने वाहन से घर से शिविर में लायेंगे और उन्हें वापस भी छोड़ेंगे।
अलग-अलग बनेंगे काउंटर पुलिस लाइंस में आयोजित होने वाले शिविर में एडीएम, एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट व एसीएम, सीओ व थानाध्यक्षों की तैनाती की जाएगी। इनके अलग-अलग थाना वाइज काउंटर बनाए जाएंगे और महिलाओं की सुनवाई करेंगे। सभी थानों में महिला अपराध, पारिवारिक विवाद और जमीन विवाद के अलग काउंटर बनाए जाएंगे। ऐसी समस्याएं जिनका तुरंत निस्तारण हो सकता है। इसके लिए सभी थानों पर छोटे वाहनों को कांट्रेक्ट पर रखा जाएगा। ताकि, मौके पर अधिकारी जा सकें। शनिवार को लगेगा पहला शक्ति विशेष सुनवाई दिवस शासन का आदेश मिलने के बाद प्रशासन ने शक्ति विशेष सुनवाई दिवस के आयोजन की पूरी तैयारी कर ली है। इसा रोस्टर भी तैयार कर अधिकारियों की डयूटी लगा दी गई है। पुलिस लाइंस में फरवरी के पहले शनिवार को सुनवाई के लिए एसीएम, एसडीएम, डीडीओ, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र और सीओ पुलिस लाइंस की ड्यूटी फिक्स की गई है। इसके अलावा रूरल एरिया में फरवरी माह के तीसरे शनिवार को आयोजित होने वाले दिवस पर भी अधिकारियों की ड्यूटी का रोस्टर तैयार कर लिया गया है।शासन से महिलाओं की प्रॉब्लम सुनने के लिए शक्ति विशेष सुनवाई दिवस आयोजन कराने का निर्देश आया है। इस संबंध में पुलिस लाइंस में फरवरी में प्रथम शनिवार और रूरल एरिया के थानों में तृतीय शनिवार में अधिकारियों की ड्यूटी का रोस्टर तैयार कर दिया गया है।
अरुण कुमार, एडीएम प्रशासन