थानों में स्टाफ तो मौजूद लेकिन जिम्मेदार चुनाव ड्यूटी पर तो कौन सुने फरियाद


(बरेली ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जिले में 14 फरवरी को होना है। पुलिस और अफसर सभी चुनाव डयूटी में बिजी हो गए। इससे लोगों ने चौराहों पर मनमानी शुरू कर दी। शहर के अधिकांश चौराहों पर पुलिस की जगह होमगार्ड तो ड्यूटी पर लगे थे लेकिन कई बार जाम की समस्या भी बन रही थी। तो वहीं चौराहों से गुजरने वाले बेतरतीब वाहन मानने को तैयार नहीं थे। जिसकी जहां से मर्जी हो रही थी वहां से वाहन लेकर एंट्री कर जा रहा था। हालांकि इससे दो जगह बाइक सवार गिरकर घायल भी हुए लेकिन चोट कम होने के चलते समझौता कर चले गए।


इन प्वाइंट्स पर दिखी लापरवाही
शहर के चौराहों में चौकी चौराहा, पटेल चौक, बरेली कॉलेज, गांधी उद्यान, डोहरा रोड, बीसलपुर चौराहा, डेलापीर, सौ फुटा रोड, मिनी बाईपास और ईसाईयों की पुलिया और मालियों की पुलिया के साथ बरेली कॉलेज कालीबाड़ी गेट पर भी यही हाल देखने को मिला। वहां पर भी लोगों की मनमानी देखने को मिली।

भूले ट्रैफिक नियम
चौराहों पर पुलिस न होने पर लोग पूरी तरह से ट्रैफिक रूल्स भूल जाते हैं। क्योंकि चौराहे ज्यादातर होमगार्ड के हवाले नजर आए। वहां पर कोई पुलिस फोर्स दिखाई नहीं दिया। जिसके चलते बाइक हो या फोर व्हीलर किसी भी इंटीगेशन का इंतजार नहीं कर रहे थे, मनमर्नी से वाहन दौड़ा रहे थे। हालांकि कई चौराहों पर फोर्स तो मौजूद थी जहां पर लोगों की चेकिंग भी चल रही थी।

कौन सुने फरियाद
वहीं अगर बात करें पुलिस थानों की तो वहां की हाल भी यही था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने ऑन द स्पॉट देखा तो स्टॉफ तो मौके पर मौजूद था। लेकिन साहब इलेक्शन डयूटी में बिजी थे। इसीलिए फरियादियों की फरियाद लिखी तो गई,कार्रवाई का आश्वासन भी दिया लेकिन कार्रवाई तुरंत नहीं हो सकी। ऐसे में फरियादी भी मायूूस होकर थाने से लौट रहे थे। क्योंकि उनक यह कहना था कि अगर साहब नहीं हैं। यहां पर मौजूद कोई अन्य जिम्मेदार उनकी मदद करे। लेकिन वहां से तो टाल दिया जा रहा था।


चौकी चौराहा
यह शहर का मैन और व्यस्त रहने वाला चौराहा है। यहां पर रोज कई ट्रैफिक जवान खड़े होते हैं। ऐसे में जब ऑन द स्पॉट देखा गया। तो सेडरडे को बिना पुलिस के देखा गया। जिससे लोग मनमानी करते नजर आ रहे थे।


बरेली कॉलेज बरेली
कॉलेज के सामने कालीबाड़ी गेट की तरफ चौराहे पर भी काफी भीड़ थी, चौराहा पर अक्सर होम गार्ड मौजूद रहता था लेकिन सैटरडे को वहां पर होमगार्ड नहीं दिखा। यहां से होकर रोडवेज के लिए रास्ता निकलता है। तो अक्सर यहां पर जाम की स्थिति होती है। ऐसे में भी इस चौराहों पर कोई अलर्ट दिखाई नहीं दिया। लोग मनमानी करते दिखे।

पटेल चौक चौराहा
शहर के मेन चौराहों में गिना जाने वाला पटेल चौक चौराहा पर पुलिस चौकी भी बनी हुई है। अक्सर यहां पर पुलिस रोड पर दिखाई देती थी चेकिंग भी होती थी लेकिन सैटरडे को वहां पर पुलिस नहीं दिखाई दी। पुलिस कर्मी थे वह ऑफिस में बैठे थे। जिससे वहां पर कई बार जाम की समस्या बन रही थी।

सर्किंट हाउस चौराहा
शहर के सर्किट हाउस चौराहा पर ट्रैफिक लाइट तो लगी है कभी कभी लाइट सिग्नल भी देती हैं लेकिन सैटरडे को लाइट तो ऑफ थी लेकिन लोग भी वहां से गुजरने वाले मनमाने ढंग से निकल रहे थे। उनको न कोई रोकने वाले न वह रूकने तो तैयार थे।

वर्जन
चौराहों पर पुलिस की संख्या कम होने की वजह से समस्या हो रही है। क्योंकि ज्यादातर जवानों को चुनाव ड्यूटी में भेजा गया है। इसके बावजूद भी पुलिस वल व ट्रैफिक पुलिस अपना काम ईमानदारी से कर रही है।
राममोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive