पीपुल फ्रेंडली बनेगा एसएसपी ऑफिस
- कारपोरेट ऑफिस की तरह तैयार हो रहा ऑफिस
- विजिटर्स के लिए लगाए गए टीवी व कूलर - वर्क में ट्रांसपेरेंसी के लिए बनेंगे केबिन BAREILLY: अब एसएसपी ऑफिस भी कारपोरेट ऑफिस की तरह दिखेगा। इसके लिए काम भी वार लेवल पर हो रहा है। कारपोरेट लुक देने का मकसद ऑफिस में एंट्री करने से पहले पब्लिक के मन जो संशय रहता है उसको हटाना है। पीपुल फ्रेंडली ऑफिस बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसके तहत विजिटर्स की सुविधा का विशेष ख्याल रखा जाएगा। इसके साथ ही वर्क में ट्रांसपेरेंसी बनाए रखने की भी तैयारी है। यही नहीं थानों में भी जल्द ही चेंजेज किए जाएंगे। हर रंग कुछ कहता हैसबसे पहले एसएसपी ने अपने ऑफिस परिसर के बाहर का कायाकल्प करना स्टार्ट किया। इसके लिए कबाड़ बनी जगह की साफ-सफाई की गई। ऑफिस परिसर में बरसात में पानी भरने वाले स्थान को ऊंचा कराया। इसके साथ ही ऑफिस में फर्श की जगह टाइल लगाने का वर्क स्टार्ट किया गया। एसएसपी का मानना है कि ऑफिस का रंग काफी मेटर करता है। इसलिए ऑफिस से रेड कलर को पूरी तरह से हटाकर व्हाइट किया जा रहा है। क्योंकि रेड कलर खतरे के लिए होता है, जबकि व्हाइट कलर फ्रेंडली बनाता है।
विजिटर्स का विशेष ध्यान
किसी भी ऑफिस के लिए विजिटर्स काफी अहम होता है। अगर विजिटर खुश होकर जाएगा तो सारी प्राब्लम अपने आप दूर हो जाएंगी। इसके लिए एसएसपी ने विजिटर रूम को सबसे पहले चेंज किया। विजिटर्स को वेट करने में कोई प्रॉब्लम ना हो इसके लिए रूम में एलसीडी टीवी लगवाई गई है, जिसमें वे न्यूज देखकर देश-विदेश का हाल जान सकेंगे। गर्मी से राहत दिलाने के लिए कूलर व पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई है। शिकायत प्रकोष्ठ अधिकारी व पब्लिक फेस-टू फेस हो सकें इसके लिए यहां खड़ी ऊंची दीवार को भी तोड़ दिया गया। ऑफिसेज में बनेंगे केबिन एसएसपी ऑफिस के अंदर कई अलग-अलग डिपार्टमेंट हैं, लेकिन सभी ऑफिस में ऊंची-ऊंची दीवारें खड़ी हैं। उनके हेड पेशी, एकाउंटेंट व अन्य डिपार्टमेंट के कर्मचारियों का काम प्रभावित होता है। सभी एक दूसरे के वर्क पर भी शक करते हैं। इसलिए वर्क में ट्रांसपेरेंसी लाने के लिए कॉरपोरेट ऑफिस की तरह केबिन बनाए जाएंगे। हर डिपार्टमेंट का अलग केबिन होगा। केबिन में बाकायदा शीशे लगेंगे। इसके अलावा उन्हें अपने वर्क करने व फाइल रखने के लिए भी प्रॉपर जगह मिलेगी। कबाड़ फाइलों को िकया बाहरअब जब ऑफिस में चेंज हो रहा तो कबाड़ की क्या जरूरत। यही वजह है कि एसएसपी ने ऑफिसेज में रखी कई पुरानी फाइलें व कागजात जो कबाड़ की शक्ल ले चुके हैं। उन्हें ऑफिस से पूरी तरह हटाने की ठान ली है।
पीपुल फ्रेंडली व वर्क में ट्रांसपेरेंसी के लिए ऑफिस में चेंज किए जा रहे हैं। विजिटर्स का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जल्द ही आफिस पूरी तरह से चेंज नजर आएगा। जे रवींद्र गौड, एसएसपी बरेली