बदमाशों के स्केच में बरेली पुलिस का खेल
एक बार दोबारा जारी किए पुराने स्केच
रामपुर गार्डन डकैती में भी जारी किए गए थे सेम स्केच BAREILLY: बरेली पुलिस पब्लिक को धोखा दे रही है या फिर खुद धोखे का शिकार हो रही है, क्योंकि पुलिस ने कांकरटोला डकैती में बदमाशों के हुलिया का जो स्केच जारी किया है वही स्केच रामपुर गार्डन की डकैती में भी जारी किया था। हैरत की बात यह है कि सर्राफा परिवार ने जारी स्केच में चेहरों को पहचानने से इनकार कर दिया है। स्केच को पुलिस की साइबर टीम ने बातचीत के आधार पर तैयार किया था। हालांकि इस बात की भी सम्भावना जतायी जा रही है कि रामपुर गार्डन में डकैती को अंजाम देने वाले बदमाशों का इस डकैती में हाथ हो। दो बदमाशों के जारी किए थे स्केचबता दें कि रामपुर गार्डन में क् सितंबर ख्0क्ब् की रात में कोरल मोर्टस के मालिक अजय अग्रवाल की रामपुर गार्डन स्थित कोठी में म् बदमाशों ने गार्ड और नौकरों को बंधक बनाकर सवा करोड़ की डकैती को अंजाम दिया था। पुलिस ने बड़ी तेजी दिखाते हुए सर्विलांस की सेल की मदद से नौकरों की मदद से दो बदमाशों के स्केच तैयार किए थे। फ् सिंतबर को स्केच मीडिया में जारी किए गए थे ताकि कोई बदमाशों के बारे में पुलिस को सुराग दे सके लेकिन किसी ने भी स्केच से बदमाशों के बारे में कोई खबर पुलिस को नहीं दी थी।
जल्दबाजी में स्केच जारी क्ब् दिसंबर की सुबह कांकरटोला में ज्वेलर उमेश चंद्र वर्मा के घर में भ् बदमाशों ने दो करोड़ की डकैती को अंजाम दिया। व्यापारियों के विरोध और शासन स्तर से दबाव के बाद पुलिस ने जल्दबाजी दिखाना शुरू कर दिया। पुलिस ने एक बार फिर से साइबर सेल की हेल्प से दो बदमाशों के स्केच जारी कर दिए। लेकिन ये वही स्केच हैं जो रामपुर गार्डन डकैती में जारी हुए थे। दोनों स्केच में कोई भी अंतर नहीं है। एक स्केच में बदमाश का चेहरा गोल है तो दूसरे में लंबा और तिरछा है। ऐसे में साफ है कि बदमाशों को पुलिस कैसे पकड़ पाएगी। ज्वेलर ने भी नहीं की पहचानउमेश चंद्र के बेटे संजीव वर्मा ने बताया कि पुलिस ने जो स्केच जारी किए हैं वो बिल्कुल गलत हैं। पुलिस ने उन्हें वेडनसडे ही स्केच दिखाए थे लेकिन उन्होंने साफ पहचानने से इंकार कर दिया था लेकिन इसके बावजूद न जाने पुलिस ने इतनी जल्दबाजी क्यों दिखायी है। सीएम के आश्वासन के बाद भी पुलिस अभी तक कुछ भी नहीं कर पायी है। सिर्फ जल्द खुलासे का दावा कर आश्वासन दिया जा रहा है। सभी अधिकारी मीठी गोली देने में लगे हुए हैं। उनका कहना है कि सैटरडे को इस संबंध में डीआईजी से मुलाकात करने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
ख्--------------------------- मोहल्ले के युवकों को उठाने पर विरोध ज्वेलर के घर में डकैती में पुलिस के हाथ पांचवे दिन भी खाली हैं। पुलिस जल्द खुलासे की बात तो कर रही है लेकिन नतीजा सिफर ही नजर आ रहा है। पुलिस ने ज्वेलर के मोहल्लों के ही कुछ युवकों को शक के आधार पर उठाया है लेकिन इससे विरोध शुरू हो गया है। लोगों ने ज्वेलर से ही इसका विरोध किया है जिससे ज्वेलर भी काफी परेशान हैं। वारदात के जल्द खुलासे के लिए वेडनसडे रात एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा ने पूरे घटनाक्रम का रिहर्सल भी किया। ज्वेलर ने उन्हें भी कुछ अंदर की बातें बतायी हैं। पुलिस ने घटनास्थल से मिली बोतल के लिक्विड को भी थर्सडे जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस फिजियोथ्रेपिस्ट की काल डिटेल की एनालिसिस कर रही है और उससे दोबारा पूछताछ कर सकती है। सामने आया बड़ा मेिडकल टेपपुलिस की जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है उससे कुछ चीजें भी सामने निकलकर आ रही हैं। पुलिस को अब वह मेडिकल टेप भी मिल गया है जिससे बदमाशों ने ज्वेलर व उसकी फैमिली के हाथ बांधे थे। इससे पहले भी दो टेप मिले थे लेकिन उनकी लंबाई काफी छोटी थी। पुलिस हिरासत में रंजीत उर्फ जीतू ने बताया कि उसकी गली में एक मठिया के पास सीसीटीवी लगा है। पुलिस उस सीसीटीवी की फुटेज भी निकाल रही है। पुलिस ने मोहल्ले में सफाई करने आने वाले कर्मचारी से भी बात की है। वह वारदात वाले दिन सुबह म् बजे पहुंच गया था। उसने एक साथ पांच युवकों के जाने से साफ इंकार किया है।