Bareilly: शासन चाहता है कि पब्लिक में सरकार के प्रति विश्वास पैदा हो. यह विश्वास तभी बनेगा जब पब्लिक की हर प्रॉब्लम सॉल्व होगी. पुलिस से रिलेटेड प्रॉब्लम्स का थाना स्तर पर ही निपटारा हो जाए तो लोगों को सीनियर आफिसर्स तक न जाना पड़े. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा रेंज में बरेली डिस्ट्रिक्ट इस मामले में काफी पीछे है. डिस्ट्रिक्ट में पुलिस से जुड़ी 8500 से अधिक शिकायतें निपटारे की बाट जोह रही हैं. थाना व डिस्ट्रिक्ट लेवल पर समस्या का निस्तारण न होने पर पब्लिक अपनी समस्याएं शासन डीजीपी व आईजी के पास भेज रही है. इस हीलाहवाली के चलते क्रिमिनल्स बेखौफ हो जाते हैं. जिसके चलते चोरी लूट डकैती रेप मारपीट जमीन पर कब्जा संबंधी मामलों को में बढ़ोत्तरी हो जाती है. हालांकि जो शिकायतें पेंडिंग हैं उनमें कई अलग-अलग जगह कई बार की गई हैं.


ऑफिसर्स की चौखट पर दस्तक पब्लिक की मैक्सिमम प्रॉब्लम्स पुलिस से जुड़ी हुई होती हैं। इसी के चलते फरियादी पुलिस के पास पहुंचते हैं। लेकिन जब उनकी फरियाद पुलिस द्वारा नहीं सुनी जाती है तो वह अपनी समस्या लेकर सीनियर पुलिस ऑफिसर्स के पास जाते हैं। कई बार जब डिस्ट्रिक्ट लेवल पर ऑफिसर्स के पास जाने के बाद भी उनकी प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होती तो वो अपनी समस्या डीआईजी, आईजी, डीजीपी से लेकर शासन तक पहुंचाते हैं। एक बार फिर समस्या को जल्द से जल्द निपटाने का आदेश कर  मामलों को डिस्ट्रिक्ट लेवल के ऑफिसर्स व थाना पुलिस को भेज दिया जाता है। इस पूरे प्रॉसेस में काफी समय लगता है। जिस कारण अपराधी खुलेआम घूमते रहते हैं और बच निकलने के तमाम रास्ते ढूंढ लेते हैं। यही नहीं आरोपी खुलेआम पीडि़तों को डराते-धमकाते भी हैं। FIR दर्ज करने में आनाकानी


डिस्ट्रिक्ट में ऐसे मामले अक्सर सामने आते हैं जिनमें लोग पुलिस द्वारा शिकायत न सुनने की शिकायत करते हैं। कई बार पुलिस पर अपराधियों का साथ देने के भी आरोप लगते हैं। पुलिस उल्टा वादी को ही डराती-धमकाती है। कई मामलों में तो एफआईआर दर्ज कराने में ही महीनों लग जाते हैं। सीनियर पुलिस ऑफिसर्स के हस्तक्षेप के बाद एफआईआर दर्ज होती है। कई मामलों को पुलिस एनसीआर से ही निपटा देती है। इसके अलावा एफआईआर में धाराओं के साथ भी पुलिस खेल करती है। थाना लेवल पर लोगों की प्रॉब्लम्स न सुने जाने के कारण सीनियर पुलिस ऑफिसर्स के पास फरियादों की भीड़ लगी रहती है। निपटारे में सबसे पीछेपुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बरेली रेंज में बरेली पुलिस पब्लिक की प्रॉब्लम्स के निपटारे में सबसे पीछे है। बरेली डिस्ट्रिक्ट में लगभग 8500 शिकायतें पेंडिंग हैं। ये शिकायतें रेंज के तीन डिस्ट्रिक्ट्स में पेंडिंग शिकायतों के टोटल से भी अधिक हैं। शिकायतों के निस्तारण न होने पर पब्लिक ने अपनी कंप्लेन शासन, डीजीपी व आईजी को भेजी हैं। अब इन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक बार फिर से सीनियर पुलिस ऑफिसर्स को निर्देश दिए गए हैं। रेंज में पेडिंग शिकायतों के मामले में बदायूं दूसरे नंबर पर है। बदायूं में लगभग तीन हजार शिकायतों और शाहजहांपुर में 2500 शिकायतों का निस्तारण नहीं हो सका है। लोगों की समस्याओं के निपटारे में पीलीभीत पुलिस टॉप पर है। यहां पर मात्र 500 शिकायतें ही पेंडिंग हैं। हालांकि  कई शिकायतें निस्तारण न होने पर अलग-अलग जगह कई बार भेजी गई हैं। Pending complaintsडिस्ट्रिक्ट     पेंडिंग शिकायतेंबरेली       8500बदायूं     3000

शाहजहांपुर    2500पीलीभीत      500                  (एप्रॉक्स फीगर )हमारे यहां सभी शिकायतों का जांच के बाद निपटारा कर दिया गया है। बड़ी संख्या में जो शिकायतें उच्च अधिकारियों या शासन के पास पहुंची हैं, वो कई बार की गई हैं। उनका कोई आधार नहीं है। -सत्येंद्र वीर सिंह, एसएसपी

Posted By: Inextlive