Bareilly: पार्किंग के नाम पर बरेलियंस की जेब पर दिनदहाड़े डाका डाला जा रहा है. नियमों को ताक पर रखकर वाहन मालिकों से वसूली की जा रही है. यही नहीं किसी ने अगर विरोध करने की हिम्मत दिखाई तो ठेकेदार के कारिंदे उलटे सबक सिखाने के लिए तत्पर रहते हैं. असल में जिन विभागों के पास इन पर लगाम कसने की जिम्मेदारी है अगर उनके साथ ही इनकी साठगांठ हो तो फिर पब्लिक को मुसीबत से कौन बचाएगा.


सिर्फ दो parking authorizedवैसे तो सिटी में कई जगह पार्किंग के नाम पर वसूली की जाती है लेकिन ऑथराइज्ड सिर्फ दो ही हंै। इनमें से एक रेलवे जंक्शन, और दूसरी कुतुबखाना चौकी के पीछे मोतीपार्क में है। रेलवे जंक्शन की पार्किंग नॉर्दर्न रेलवे से ऑथराइज्ड है। वहीं मोतीपार्क की पार्किंग को नगर निगम से लाइसेंस है। इसके अलावा कुछ अन्य जगह पार्किंग की सुविधा है लेकिन वो सभी प्राइवेट हैं। जो अपनी मनमर्जी से चलाए जाते हैं। उनपर किसी का कोई होल्ड नहीं है। 1. Railway junction पर दो stand


जंक्शन पर दो पार्किंग हैं। एक पार्किंग जंक्शन के ठीक सामने है, यहां कार पार्क होती हैं। दूसरी प्लेटफॉर्म एक के पीछे है। यहां साइकिल, मोटर साइकिल व स्कूटर खड़े होते हैं। यहां करीब 500 से अधिक मोटरसाइकिल हमेशा ही खड़ी रहती हैं। अधिक संख्या में मोटर साइकिल होने पर पार्किंग स्थल से बाहर बाइक रोड किनारे खड़ी की जाती हैं।टोकन फटा तो रद्द

दूसरी शर्त है कि गाड़ी चोरी होने पर आधी कीमत देय होगी। घंटी, तीली, कवर, मेटिंग व शीशा की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। 5 माह बाद टोकन रद्द माना जाएगा। हां अगर गलती से आपसे टोकन फट गया तो भी वो रद्द समझा जाएगा। इसके बाद फिर पार्किंग में आपको काफी परेशान होना पड़ सकता है। इसका मतलब है कि पब्लिक को हर जगह से परेशानी ही झेलनी पड़ेगी। पांच की जगह दस रुपए नियमों के अनुसार, टू व्हीलर्स के लिए पार्किंग चार्ज 12 घंटे का पांच रुपए होता है लेकिन यहां 10 रुपए वसूला जाता है। यहां पर पार्किंग का कोई भी बोर्ड नहीं लगा है। इसके अलावा पार्किंग चार्ज की पर्ची पर भी कोई रेट नहीं लिखा है। पर्ची पर ठेकेदार भानु प्रताप सिंह, उ। रे। जंक्शन बरेली लिखा हुआ है। ये अलग बात है कि पर्ची पर पांच शर्तें लिखी हैं। यह शर्ते हैं पर्ची खो जाने पर 20 रुपए सहित एक गवाही पर ही गाड़ी दी जाएगी। इस शर्त का कोई भी आसानी से दुरुपयोग कर सकता है।2. घंटा मोती पार्क पार्किंग दोगुनी उगाही

दूसरी ऑथराइज्ड पार्किंग कुतुबखाना चौकी के पीछे घंटों मोतीपार्क में है। यह पार्किंग नगर निगम के अधीन है। इसमें कार व बाइक दोनों खड़ी की जाती हैं। इस पार्किंग में भी कोई रूल्स फॉलो नहीं होते हैं। इस पार्किंग में भी रेलवे की पार्किंग की तरह कोई रेट लिस्ट नहीं लगाया गया है। साथ ही यहां भी दोगुनी रकम वसूली जाती है। बाइक पार्क करने का चार्ज पांच रुपए की जगह दस रुपए वसूला जाता है तथा कार का तीस रुपए वसूला जाता है। यहां जो पर्ची दी जाती है, उसपर किसी ठेकेदार का नाम नहीं लिखा है।  पर्ची पर नहीं लिखा ठेकेदार का नामपर्ची के एक तरफ लिखा हुआ है कि नगर निगम द्वारा घंटा मोती पार्क को ठेका 2012-2013 तक ठेकेदार को दिया गया है। पार्किग चार्ज की जगह सिर्फ रुपए लिखकर आगे की जगह छोड़ दी गई है। इसके अलावा पर्ची के बैक साइड पर कुछ शर्तें लिखी हुई हैं। प्रत्येक गाड़ी को तीन घंटे बाद प्रत्येक घंटे का पांच रुपए चार्ज अलग से लिया जाएगा। रात्रि आठ बजे से प्रात: आठ बजे का चार्ज अलग होगा। वाहन के अंदर व बाहर के सामान की किसी तरह की जिम्मेदारी ठेकेदार की नहीं होगी। गाड़ी चोरी होने पर बीमित गाड़ी ही मान्य होगी। पार्किंग स्थल पर मौजूद बबलू ने बताया कि ठेकेदार का मालिक नदीम है। सुबह 9 से रात 9 बजे तक ही लोगों को गाड़ी खड़ी करने के लिए कहा जाता है क्योंकि पार्किंग स्थल की बाउंड्री वाल नहीं है। इससे गाड़ी चोरी होने का डर रहता है। रात में अगर कोई गाड़ी खड़ी करता है तो उसके लिए एक चौकीदार रखा जाता है।
पार्किंग स्टैंड के लिए मानक*    स्टैंड पर बाकायदा बोर्ड लगा होना चाहिए*    बोर्ड पर अलग-अलग व्हीकल का पार्किंग चार्ज लिखा होना चाहिए*    ठेकेदार का नाम व मोबाइल नंबर लिखा होना जरूरी हैपार्किंग पर्ची के लिए रूल*    पर्ची पर पार्किंग चार्ज का स्पष्ट विवरण होना चाहिए*    पर्ची पर ठेकेदार का नाम व नंबर लिखा होना चाहिए*    ठेके की अवधि भी लिखी होनी चाहिए*    व्हीकल चोरी होने की कंडीशन में गाड़ी बीमित होनी चाहिए*    गाड़ी के अंदर व बाहर के सामान की जिम्मेदारी ठेकेदार की नहीं होगी*    पार्किंग का नाम और टोकन सीरियल नंबर में होने चाहिएपर्ची से मतलब नहींरेट लिस्ट लगी हुई है। पर्ची से कुछ नहीं होता है। अभी तक ज्यादा रेट वसूले जाने की कोई कंप्लेन नहीं आयी है। अगर ऐसा हो रहा है तो एक्शन लिया जाएगा। - आदिल जिया सिद्दीकी, स्टेशन अधीक्षक, रेलवे जंक्शन शिकायत पर होगी कार्रवाईहमें पार्किंग के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। अधिक पैसे वसूले जाने की कोई जानकारी नहीं है। अगर पार्किंग शुल्क ज्यादा वसूला जा रहा है और कोई कंप्लेन मिलती है तो एक्शन लिया जाएगा।- विनोद कुमार, उप नगर आयुक्त, नगर निगम

Posted By: Inextlive