दिल की दुकान ने दर्शकों को गुदगुदाया
- रंग संगम समारोह के आखिरी दिन प्ले दिल की दुकान का हुआ मंचन
BAREILLY: श्रीमती संतोष कुमारी अग्रवाल वेलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित रंग संगम समारोह के चौथे दिन 'दिल की दुकान' का मंचन किया गया। प्ले का मंचन शाहजहांपुर के आर्डनेंस ड्रैमेटिक क्लब के सत्यनारायण जुगनू के निर्देशन में हुआ। हास्य व्यंग्य पर आधारित प्ले में शराबी, कंजूस और बीबी का गुलाम के चरित्रों ने ऑडियंस को खूब गुदगुदाया। कहानी की शुरूआत दिल बदलने की दुकान से होती है। जहां तीनों चरित्रों ने जाकर अपना दिल बदल दिया। ऐसे में कंजूस को राजा, गुलाम को पहलवान और शराबी को साधु का दिल लग जाता है। जिसके बाद परिवार में भूचाल आ जाता है। परिस्थितियां बदल जाने से जबरदस्त हास्य रस का माहौल थिएटर में बन जाता है। आखिर में प्ले संदेश देता है कि व्यक्ति को दिल से नहीं बल्कि दिमाग से काम लेना चाहिए। प्ले के दौरान सिटी विधायक डॉ। अरुण कुमार, सोसायटी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।