ग्राम्य वन में सात दिन में लगेंगे एक लाख 26 हजार पौधे
182 हेक्टेयर में तैयार हो रहा ग्राम्य वन
1.81 लाख पौधे टोटल लगाए जाएंगे 120 हेक्टेयर में किया जा रहा पौधरोपण 10 हेक्टेयर में बनेगा मियावाकी वन 60 हजार पौधे मियावाकी में लगाए जाएंगे 02 हेक्टेयर में लगाए जाएंगे बैम्बू ट्री 01 हेक्टेयर में बनेगी औषधि वाटिका 02 हेक्टेयर में बनाया जाएगा स्मृति वन 10 हेक्टयर में उद्यान विभाग बनाएगा फल पट्टी 11 हजार पौधे अब तक ग्राम्य वन में लगाए गए -क्यारा ब्लाक के मंझा गांव में तैयार हो रहा है ग्राम्य वनबरेली : सूबे का सबसे बड़ा कृत्रिम ग्राम्य वन क्यारा ब्लाक के मंझा गांव में 182 हेक्टेयर जमीन में तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। डीएम के निर्देशन में तैयार हो रहे इस वन के पेड़ों को सुरक्षित करने के लिए चारों ओर से पोल लगाकर बांधने का काम किया जा रहा है। एक से सात जुलाई तक यहां पर एक लाख 26 हजार पांच सौ पौधे लगाए जाने हैं। पेड़ों की सुरक्षा के लिए चारों ओर से पोल लगाकर तार बांधने का काम शुरू हो गया है। वन विभाग इस ग्राम्य वन में 60 से 70 प्रजाति के पौधे लगाएगा। इसके लिए अभी तक विभाग की ओर से डेढ़ लाख पौधारोपण के लिए गड्ढे भी खोद दिए गए हैं। पूरी व्यवस्था के लिए विभाग ने कई कर्मचारियों को यहां लगा रखा है।
वनस्पति विभाग के छात्र भी कर सकेंगे अध्यन पीपल, पाकड़, बरगद, बेरी, अमलतास, बोटल ब्रश, शीशम, नीम, अर्जुन, खैर आदि प्रजातियों की पौध पहुंच गई है। यहां कुछ हिस्से में एक सरोवर भी तैयार किया जाएगा, जो पिकनिक स्पॉट बनेगा। इसी प्रकार से यहां औषधीय पौधों का भी एक अलग बगीचा होगा, जिसमें वनस्पति विज्ञान के छात्र अध्यन भी कर सकेंगे। प्रदेश का सबसे उन्नतशील ग्राम्य वन होगा एक साल पहले ही जिला प्रशासन ने इस जमीन का सर्वे करा उसे कब्जा मुक्त किया। ग्राम समाज की इस जमीन पर डीएम के निर्देश में प्रदेश का सबसे उच्च और उन्नतशील ग्राम्य वन बनाया जा रहा है। मंझा गांव में ग्राम्य वन बनाने को वन विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। ग्राम समाज की जमीन को कवर करने को चारों तरफ से पोल लगाकर तार बांध दिए गए हैं। पौधारोपण एक से सात जुलाई तक होना है इसके लिए गड्ढे भी खोद लिए गए हैं। भारत लाल, डीएफओ