जेबकतरी सड़कें
सर्वे ऑन स्पॉटबरेली कॉलेज के पीजी डिप्लोपा एनवायरमेंट मैनेजमेंट की ओर से हाल ही में यह सर्वे किया गया। सर्वे में आईवीआरआई से शाहमतगंज तक का सफर किया गया। इस दौरान जो पाया गया वो काफी चौंकाने वाला रहा। कोई भी वाहन अपने निर्धारित एवरेज के हिसाब से पेट्रोल या डीजल की खपत नहीं कर पा रहा है और ऐसे में वाहन मालिकों को अच्छा-खासा लॉस उठाना पड़ रहा है। सर्वे करने वाली टीम में बरेली कॉलेज के एनवारनमेंट मैनेजमेंट के इंचार्ज डॉ। डीके सक्सेना, टेक्निकल ऑफिसर डॉ। मनोज, केशव कुमार मिश्र और सोनी सिंह शामिल हैं।कार ओनर को पर किमी 4.38 रुपए लॉस
सर्वे के दौरान पाया गया कि अगर कार की नॉर्मल एवरेज 16 किलोमीटर प्रति लीटर है तो वो महज 8 किलोमीटर प्रति लीटर का ही एवरेज दे पा रही है। इस बारे में बीसीबी के पीजी डिप्लोपा एनवायरमेंट मैनेजमेंट के इंचार्ज डॉ। डीके सक्सेना ने बताया कि सर्वे में बरेली के किसी भी कोने में पहुंचने पर ऐसे ही आंकड़े सामने आए हैं। अगर 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 70 रुपए मानते है और 1 लीटर में कार का नॉर्मल एवरेज 16 किलोमीटर पर लीटर मानते हैं लेकिन जब 1 लीटर में कार चली है तो एवरेज 8 किलोमीटर प्रति लीटर ही रिकॉर्ड किया गया। अगर 1 किलोमीटर नॉर्मल एवरेज 16 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से कार चलती है तो पेट्रोल का कॉस्ट पड़ता 4.37 रुपए लेकिन 1 किलोमीटर में कार 8 किलोमीटर पर लीटर के हिसाब से ही चली और पेट्रोल का कॉस्ट पड़ा 8.75 रुपए। ऐसे में एक पर्सन को प्रति किलोमीटर 4.38 रुपए का लॉस हो रहा है। इस हिसाब से 50 हजार कार चालकों को 2,19,000 रुपए प्रति किलोमीटर का लॉस उठाना पड़ता है।ट्रक ओनर को 5.73 रुपए प्रति किलोमीटर लॉस
इसी तरह ट्रक को लेकर भी सर्वे किया गया। अगर 1 लीटर डीजल की कीमत 43 रुपए मानते हैं और 1 लीटर में ट्रक का नॉर्मल एवरेज 5 किलोमीटर पर लीटर मानते हैं लेकिन जब 1 लीटर में ट्रक चलता है तो एवरेज 3 किलोमीटर प्रति लीटर ही रिकॉर्ड किया गया। अगर 1 किलोमीटर नॉर्मल एवरेज 5 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से ट्रक चलता है तो डीजल का कॉस्ट पड़ता 8.60 रुपए लेकिन 1 किलोमीटर में ट्रक 3 किलोमीटर पर लीटर के हिसाब से ही चला और डीजल का कॉस्ट पड़ा 14.33 रुपए प्रति किलोमीटर। ऐसे में एक पर्सन को 5.73 रुपए प्रति किलोमीटर का लॉस हुआ। इस हिसाब से 50 हजार ट्रकचालकों को प्रति किलोमीटर 2,86,500 रुपए प्रति किलोमीटर का लॉस उठाना पड़ता है। लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। क्याहैरीजनडॉ। डीके सक्सेना ने बताया कि जब हमने ये जानने की कोशिश की कि आखिर ये गाडिय़ां क्यों नहीं अपने समान्य एवरेज के अनुसार चल पा रही है तो नतीजा और भी चौकाने वाला मिला। इसके पीछे मेन रीजन ये रहे।-सिंगल लेन ट्रैफिक-रोड पर अतिक्रमण-एक भी फ्लाई ओवर का नहीं होना-नो सिगनल एंड क्रॉसिंक-पुवर ट्रैफिक सेंस-पुवर पेनाल्टि सिस्टमइफेक्टऑनहेल्थ-उबड़-खाबड़ सड़कों की वजह से स्पाइनल कोर्ड संबंधी प्रॉब्लम-ट्रैफिक जाम में फंसने से चिड़चिड़ापन और टेंशन-एयर पॉल्यूशन में बढ़ोतरी, सांस संबंधी बीमारी-न्वाइज पॉल्यूशन में बढ़ोतरी, तनाव और बहरेपन की शिकायतबाइकओनरको33पैसेप्रतिकिमीलॉस
इसी तरह बाइक को लेकर भी सर्वे किया गया। अगर 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 70 रुपए मानते हैं और 1 लीटर में बाइक का नॉर्मल एवरेज 65 किलोमीटर पर लीटर मानते हैं लेकिन जब 1 लीटर में बाइक चलती है तो एवरेज 50 किलोमीटर प्रति लीटर ही रिकॉर्ड किया गया। अगर 1 किलोमीटर नॉर्मल एवरेज 65 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से बाइक चलती है तो पेट्रोल का कॉस्ट पड़ता 1.07 रुपए। 1 किलोमीटर में बाइक 50 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से चली और पेट्रोल का कॉस्ट पड़ा 1.40 रुपए। ऐसे में एक पर्सन को प्रति किलोमीटर 33 पैसा लॉस हुआ। 50 हजार बाइक चालकों को प्रति किलोमीटर 1,65,00 रुपए का लॉस होता है।
Report by:Gupteshwar kumar