बीएसएनएल के माइक्रोवेव स्टेशन स्थित टावर से कूदा युवक

हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुई मौत

BAREILLY: वह सुबह मार्निग वॉक के लिए घर से निकला था लेकिन अचानक ऐसा कुछ हुआ कि वह बीएसएनएल के टावर पर चढ़ गया। जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक उसने छलांग लगा दी। कुछ घंटे बाद उसने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। इतनी बड़ी वारदात होने के वाबजूद ना तो चौकी इंचार्ज को घटना का पता था और ना ही बारादरी इंस्पेक्टर को। जब एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा को घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने दोनों को फटकार लगाते हुए तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच के निदेर्1श दिए।

मार्निग वाक के लिए निकला था

क्8 वर्षीय रोहित संजय नगर में रहता था। उसकी फैमिली में पिता छोटेलाल, मां रामवती, बड़ा भाई विक्की और छोटा भाई अजीत है। रोहित के पिता की आलमगिरी गंज में छोटेलाल नाश्ता कार्नर के नाम से शॉप है। वह इसी शॉप पर पिता के साथ बैठता था। छोटेलाल ने बताया कि रोहित कभी-कभी डिप्रेश हो जाता था। उसका इलाज भी चल रहा था। वह डेली सुबह मार्निग वाक के लिए निकलता था। संडे को भी वह सुबह मार्निग वाक के लिए निकला था।

लोगों से सुना तो पता चला

उनका कहना है कि वह घर से दुकान के लिए निकल गए लेकिन काफी देर तक रोहित नहीं आया। कुछ देर बाद उन्हें पता चला कि बीएसएनएल के टावर से किसी ने छलांग लगायी है। जब वह मौके पर पहुंचे तो बताया गया कि उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। हॉस्पिटल में जब देखने पहुंचे तो रोहित गंभीर हालत में एडमिट था। करीब साढ़े क्ख् बजे रोहित की हॉस्पिटल में मौत हो गई।

टावर तक पहुंचना थ्ा मुश्किल

वहीं जिस जगह रोहित ने टावर से कूदकर जान दी वहां पहुंचना काफी मुश्किल है। टावर बीएसएनएल के माइक्रो वेव स्टेशन के कंपाउंड में लगा हुआ है। इस कंपाउंड में इंट्री के दो गेट हैं जो संडे की वजह से सुबह बंद थे। इसके अलावा कंपाउंड के चारों ओर दीवार पर कटीला तार भी लगा हुआ है। कंपाउंड के पीछे क्वार्टर हैं जिसकी दीवार भी कंपाउंड से जुड़ी है और वहां से कुछ रास्ता टूटा हुआ है। शायद यहीं से रोहित ने अंदर इंट्री की हो। कंपाउंड में तैनात चौकीदार शिवराज ने बताया कि सुबह करीब 7 बजे एक कालोनी के चौकीदार ने शोर मचाया कि कोई टावर से कूद गया है। सूचना पर एसडीओ व अन्य लोग भी तुरंत मौके पर पहुंचे तो देखा कि युवक नीचे गंभीर हालत में पड़ा है। लोगों ने क्08 एंबुलेंस को फोन किया और युवक को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया।

कुछ अहम सवाल

इस घटना के कुछ सवाल खड़े होते हैं कि जिस बीएसएनएल माइक्रोवेव स्टेशन के कंपाउंड में टावर लगा है वहां तक कैसे पहुंचा और स्टेशन के सामने दो हॉस्पिटल व आसपास हॉस्पिटल होने के बावजूद उसे दूर स्थित डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में क्यों एडमिट कराया गया। हो सकता है कि अगर पास के हॉस्पिटल में उसे एडमिट कराया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। यही नहीं सुसाइड के वाबजूद लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना ही नहीं दी।

Posted By: Inextlive