अब तक 350 कैंडिडेट््स ने किए ऑनलाइन किए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन टेस्ट में 50 परसेंट भी नहीं हो पाए पास अब आ रहे 3-4 आवेदन डेली

(बरेली ब्यूरो)। डीएल की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस बरेलियंस को नहीं भा रही है। स्टार्टिंग में इसका काफी क्रेज रहा। लेकिन, इसमें सामने आ रही कुछ जटिलताओं के कारण वर्तमान में लोगों का क्रेज इसको लेकर कम होता जा रहा है। ऑनलाइन प्रॉसेस में लोगों को रजिस्ट्रेशन के बाद एग्जाम देना होता है। मोस्टली लोग टेस्ट पास नहीं कर पाते हैं। ऐसे में उन्हें ऑफलाइन प्रॉसेस ही अधिक भाती है, क्योंकि उसमें इस तरह का कोई टेस्ट नहीं देन होता है।

दोबारा एग्जाम पर देना पड़ता है चार्ज
अगर बात करें रजिस्ट्रेशन का एग्जाम देने पर फेल होने की तो उसमें मौका तो मिलता है। लेकिन, उसके लिए 50 रुपए चार्ज देना पड़ता है। इसलिए लोग ऑनलाइन से अधिक ऑफलाइन को लाइक करते हैं।

45 परसेंट ही हुए पास
जनवरी में ऑनलाइन लर्निंग डीएल बनवाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। शुरुआत में लोगों को इसका काफी क्रेज था। एक दिन में लगभग 15 से 20 फार्म रोज भरे जाते थे। कई लोगों ने एग्जाम दिया। लेकिन, उनमें सिर्फ 45 परसेंट लोग ही पास हो पाए थे।

वर्तमान में आ रहे तीन से चार फॉर्म
वर्तमान स्थिति यह है कि प्रतिदिन तीन से चार फार्म ही ऑनलाइन भरे जा रहे हैं। इनमें एक व्यक्ति को भी टेस्ट पास करना मुश्किल हो जाता है। वहीं कुछ लोगों को पूरी जानकारी न होने की वजह से भी कम लोग इस प्रॉसेस का लाभ उठा पा रहे हैं।

फैक्ट एंड फिगर
06 जनवरी से शुरू हुई ऑनलाइन प्रक्रिया
350 आए हैं सिर्फ अब तक फार्म
300 रुपए है ऑनलाइन फीस
15 से 20 आते थे पहले ऑनलाइन फार्म
03-04 वर्तमान में आ रहे हैं फार्म
03 दिन का है पूरा प्रॉसेस
70 परसेंट लोगों ने अब तक दिया टेस्ट
35 परसेंट ही हुए पास


फेल होने का डर
ऑफलाइन प्रक्रिया में लोगों को फेल होने का डर नहीं होता था। क्योंकि उसमें इस तरह का क्वेेश्चन्स नहीं होते थे और लोग आसानी से पास भी हो जाते थे। फेल होने के चांस बहुत कम होते हैं। जबकि ऑनलाइन लर्निंग रजिस्ट्रेशन में यह समस्या लगातार बनी रहती है, क्योंकि इसमें कम से कम लोग पास हो रहे हैं।

ऑफलाइन प्रॉसेस पहली पसंद
ऑफलाइन प्रक्रिया लोगों को इसलिए सबसे ज्यादा पसंद आती है। क्योंकि इसमें लोगों को टेस्ट देने में आसानी होती है। इसमें टेस्ट लेने वाले अधिकारी सिर्फ गाड़ी चलवा कर देखते हैं। रोड के नियमों के बारेेेेेेेेे में ओरली पूछ लेते हैं। इसके साथ ही रोड सिम्बल की जानकारी लेते हैं। यह प्रक्रिया पुरानी ही है, जो आज भी उस तरह से हो रहीे है, जिससे लोग पुराने ट्रैक पर आना पसंद कर रहे हैं।

वर्जन
ऑनलाइन लर्निंग डील का क्रेज शुरुआती दौर में बहुत ज्यादा था। लेकिन, धीरे-धीरे कम हो रहा है। क्योंकि ज्यादातर लोग इसमें फेल हो रहे हैं। इससे इसका क्रेज लोगों में कम हो रहा है।
दिनेश सिंह, आरटीओ (ई)

Posted By: Inextlive