पुराना बस अड्डा के पास जहां से बसें निकलती हैं वहां आसपास अतिक्रमण के कारण बसें निकलने और वापस आने में दिक्कतें हो रही हैं. बस अड्डा से लेकर कालेज चौराहे तक जाम की स्थिति बनी रहती है. दुकानों के आगे वाहन खड़े होने से समस्या और जटिल होती जा रही है.

बरेली (ब्यूरो)। पुराना बस अड्डा के पास जहां से बसें निकलती हैं वहां आसपास अतिक्रमण के कारण बसें निकलने और वापस आने में दिक्कतें हो रही हैं। बस अड्डा से लेकर कालेज चौराहे तक जाम की स्थिति बनी रहती है। दुकानों के आगे वाहन खड़े होने से समस्या और जटिल होती जा रही है। एआरएम ने नगर आयुक्त और एसएसपी को पत्र भेजकर समस्या से अवगत कराया है।

हो रही समस्या
शहर के बीच में संचालित परिवहन निगम के डिपो से रूहेलखंड डिपो की की 155 और बरेली डिपो की 156 बसों के अलावा आगरा, कासगंज, मुरादाबाद, लोनी, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर समेत विभिन्न जनपदों की बसों का आवागमन रहता है। उत्तराखंड की बसें भी यहां आती हैं। परिसर में तो बसों के लिए पर्याप्त इंतजाम है, लेकिन बसों के सड़क पर निकलने और वापसी के समय दोनों गेटों पर जाम की स्थिति बन जाती है। यह समस्या पहले भी उत्पन्न हो रही थी, कुछ महीने पहले नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटवाकर सड़क किनारे फुटपाथ बनवाया गया। दुकानदारों के लिए जो हदें तय की गई हैं वह तो वहीं तक अपनी दुकान का सामान लगा रहे हैं, लेकिन दुकानों के आगे ग्राहकों के वाहन खड़े हो जाने से सड़क सकरी हो जा रही है। नावेल्टी चौराहे से लेकर कालेज चौराहे तक इसी तरह के हालात दिखाई दे रहे हैं। रोड पर स्थानीय वाहनों का आवागमन बना रहता है, इसके बीच डिपो से बसें के निकलने और वापसी होने पर जाम लग जाता है। आसपास पुलिस भी कहीं नहीं दिखाई पड़ती। यह समस्या एक दिन की नहीं, बल्कि रोजाना की बन चुकी है। जाम लगने पर तकरार भी होती रहती है। परिवहन निगम की ओर से नगर निगम और पुलिस प्रशासन को स्थिति से अवगत कराकर सड़क अतिक्रमण मुक्त करवाने का आग्रह किया गया है। गेट पर पुलिस की तैनाती कर दी जाए, तब भी जाम की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

वर्जन :
रोडवेज डिपो के बाहर सड़क पर फुटपाथ बनाया गया है, लेकिन उस पर अतिक्रमण हो गया है। दुकानों के आगे लाइन से बाइकें खड़ी हो जा रही हैं। इसकी वजह से डिपो से बस निकालने और वापसी के समय जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है। नगर आयुक्त और एसएसपी को स्थिति से अवगत कराने के लिए पत्र लिखा है। जब तक अतिक्रमण नहीं हटता, समस्या से निजात नहीं मिल पाएगी।
- अरुण कुमार वाजपेयी, एआरएम रुहेलखंड

Posted By: Inextlive