तोतों की तस्करी में बस ड्राइवर-कंडक्टर भी आरोपी
-पुलिस तस्करी में शामिल होने के तहत बनाएगी मुल्जिम
-कोर्ट में पेश होने के बाद तोतों को जंगल में किया रिहा BAREILLY: पीलीभीत के जंगल से तोते पकड़कर रोडवेज बस के जरिए दिल्ली में तस्करी लंबे समय से चल रही थी। इस खेल में रोडवेज बस के ड्राइवर-कंडक्टर भी शामिल थे। अब पुलिस जिस बस से 600 तोतों की तस्करी पकड़ी गई, उनके ड्राइवर-कंडक्टर को भी केस में आरोपी बनाएगी। कोतवाली पुलिस ने संडे को वन विभाग की मदद से नाबालिग आरोपी को 600 तोतों के साथ कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर वन विभाग ने सभी तोतों को जंगल में छोड़ दिए गए। बस की छत पर रखकर तस्करीबता दें कि सैटरडे रात करीब 1 बजे कोतवाली पुलिस ने अयूब खां चौराहे पर चेकिंग के दौरान रोडवेज बस की छत से 600 तोतों को बरामद किया था। इन तोतों को 4 बड़े पिंजरों में कैद किया गया था। इन तोतों को वारा पत्थर नाल शेखान, पीलीभीत निवासी नाबालिग तस्कर ले जा रहा था। उसकी पीलीभीत बस अड्डे पर दुकान है। उसने बताया कि यह तोते पीलीभीत के जंगल से पकड़े गए थे। उसने इन तोतों को 25 रुपए प्रति तोते के हिसाब से खरीद लिया था। वह दिल्ली में 100 रुपए तोते के हिसाब से बेच देता। पुलिस जांच में आया कि ड्राइवर-कंडक्टर को तोतों की सप्लाई के लिए रुपए दिए गए थे। पुलिस ने ड्राइवर-कंडक्टर को रात में पकड़ लिया था, लेकिन सवारियां होने के चलते उन्हें छोड़ दिया गया। अब पुलिस विवेचना में उनके नाम खोलेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।