'अंतिम संस्कार के लिए कुछ हड्डियां ही दे दो'
- विशारतगंज में दामाद द्वारा पत्नी और साली की हत्या करने का मामला
- पुलिस ने शवों को डीएनए जांच के लिए भेजा विधि विज्ञान प्रयोगशाला -अंतिम संस्कार के लिए कुछ शरीर की हड्डियां ही मांग रहे परिवार वालेVISHARATGANJ : दामाद द्वारा दो बेटियों के कत्ल किए जाने का दुख उठा रहे हरभजन और उनकी पत्नी नन्हीं देवी की बूढ़ी आंखों को अब अंतिम संस्कार के लिए अपनी पुत्रियों के शवों का इंतजार है। ढका गांव के जंगल में दो दिन पहले बरामद किए गए नीलम व संगीता के कंकालनुमा शवों को विशारतगंज पुलिस की सिफारिश पर डीएनए परीक्षण के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेज दिया गया है। इस प्रक्रिया से दुखी नीलम व संगीता के परिजनों का कहना है कि पुलिस कुछ हड्डियां ही उन्हें दे दे ताकि वह अपनी बच्चियों का अंतिम संस्कार कर सकें। उधर, विशारतगंज पुलिस को नीलम व संगीता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गई है, जिसमें उल्लेख किया गया है कि दोनों को बेहद बेरहमी के साथ गला घोटकर मौत के घाट उतारा गया था। गर्दन इस तरह दबाया गया था कि गले की हड्डियां भी टूट गई थीं।
कुछ ही हड्डियां हुई थीं बरामदविशारतगंज थाना क्षेत्र के ढका गांव के जंगल में गन्ने के खेत में रविवार की दोपहर लगभग कंकाल का स्वरूप ले चुके दो शवों के मिलने से सनसनी फैल गई थी। जनपद बदायूं की दातागंज पुलिस एवं विशारतगंज पुलिस ने थाना कैंट के भऊवापुर निवासी बाबूराम की निशानदेही पर इन शवों को बरामद किया था। रिश्ते की बहन के इश्क में बाबूराम ने अपनी पत्नी नीलम (क्9) और साली संगीता (क्ख्) की तीन अगस्त को ढका गांव के पास गन्ने के खेत में गला दबाकर हत्या कर दी थी। विशारतगंज एसओ सुजाउर रहीम ने बताया कि नीलम व संगीता के सिर के अलावा शरीर की कुछ हड्डियां ही बरामद हुई थीं। ऐसे में पुख्ता शिनाख्त के लिए पंचनामा भरने के दौरान पुलिस ने पोस्टमार्टम के साथ ही शवों के डीएनए परीक्षण की सिफारिश की थी। एसओ ने बताया कि डीएनए परीक्षण के लिए दोनों कंकालों को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया गया है।