'बंद होनी चाहिए रिश्वत खोरी और चापलूसी'
- पैनल डिस्कशन में दिखा लोगों में जोश
- पुलिस को आर्मी की तरह काम करने की जरूरत BAREILLY: रिश्वतखोरी बंद हो चाहिए, अगर कोई रिश्वत मांगता है या फिर देता है तो उसकी वीडियो बनाकर यू ट्यूब पर डाउनलोड कर देना चाहिए। पुलिस को नेताओं की चापलूसी करना बंद करनी होगी। पुलिस को आर्मी की तरह काम करने की जरूरत है, ताकि देश को करप्शन फ्री बनाया जा सके। यह कहना था कैंट एरिया के शरद वाजपेई का। कैंपेन ' हैं तैयार हम' के तहत आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज किए गए पैनल डिस्कशन में शरद वाजपेई, कृष्णा पाठक, लवी सिंह और विजय वाजपेई ने अपनी प्रियॉरिटीज आई नेक्स्ट के साथ शेयर कीं। इलेक्शन और उम्मीदवारों से क्या हैं उनकी उम्मीदें, हम आपको भी बताते हैं। भ्रष्टाचार को कोसापिछले कुछ सालों में महिलाओं के साथ ईव टीजिंग और रेप जैसी घटनाएं अधिक हो रही हैं। कई मामलों में ऑफिसर्स व नेताओं के शामिल होने की बात भी सामने आ चुकी है। आखिर क्या वजह है कि इस तरह की घटनाओं पर रोक नहीं लग रही। कुछ इसी अंदाज में बोलते हुए कृष्णा पाठक का जोश देखते ही बन रहा था। कृष्णा पाठक को बीच में रोकते हुए पैनल डिस्कशन में लवी सिंह ने भ्रष्टाचार को कोसते हुए जड़ से उखाड़ फेंकने की बात कही। उनका कहना था कि भ्रष्टाचार बंद होगा तभी तो विक्टिम गर्ल्स को न्याय मिल सकेगा। वहीं पैनल डिस्कशन में शामिल विजय वाजपेई ने उम्मीदवार की इमेज को मस्ट बताया। उम्मीदवार की इमेज पर यह बात डिपेंड करता है कि देश का भविष्य कैसा होगा।
आप भी हो सकते हैं शामिल आई नेक्स्ट के पैनल डिस्कशन में आप भी पार्ट ले सकते हैं। अपने विचारों, अपेक्षाओं और उम्मीदवारों सहित विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार आई नेक्स्ट से शेयर कर सकते हैं। इसके लिए आप हमारे फेसबुक पेज या वेबसाइट के थ्रू हमसे कॉन्टेक्ट कर सकते हैं। साथ ही फीनिक्स मॉल में ऑर्गनाइज ' हैं तैयार हम' कैंपेन में भी बैलेट स्लिप के जरिए अपने मुद्दों का चुनाव कर सकते हैं। पैनल डिस्कशन में शामिल होकर अच्छा लगा। पहली बार किसी चुनावी चर्चा में शामिल होकर अपनी बातों को समाज के सामने रखने का मौका मिला है। कृष्णा पाठक, स्टूडेंट वोट देने से पहले हमारे माइंड में बहुत क्लियर होना चाहिए कि जिसे हम चुन रहे हैं वह जीतने के बाद वह समाज के लिए कुछ कर सकेगा कि नहीं। शरद वाजपेई, स्टूडेंटकिसी एक मुद्दे पर काम करके विकास की बात सोचना भी बेमानी है। देश तभी विकास कर सकता है जब सब सभी पहलुओं पर एक साथ काम किया जाए।
लवी सिंह, स्टूडेंट समाज में कई वर्ग के लोग हैं। सबकी अपनी-अपनी अपेक्षाएं हैं। गवर्नमेंट की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह सबकी अपेक्षाओं पर खरा उतरे। विजय वाजपेई, स्टूडेंट