35 लाख का खाना खाया, बिल भेज दिया 80 लाख
-एसआरएमएस ने हेल्थ डिपार्टमेंट को बिल भुगतान के लिए भेजा पत्र
-विभाग ने मानकों के आधार पर बिल की जांच की तो हुआ खुलासा बरेली। कोरोना का संकट गहराया तो लोग आपदा में अवसर की तलाश में लग गए हैं। ऐसा ही एक मामला शहर के एसआरएमएस का भी सामने आया है। यहां कोरोना संक्रमितों और उनकी देखरेख और इलाज करने वाले स्टाफ के खाना और अन्य सुविधाओं का बिल भुगतान करने के लिए कॉलेज प्रबंधन ने हेल्थ विभाग को करीब 80 लाख का बिल भेजा है, इस बिल की जब विभागीय अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि जो बिल भेजा गया है वह निर्धारित से दोगुना से भी ज्यादा है। ये थी व्यवस्थापिछले साल जब मार्च में कोरोना का प्रकोप बढ़ा तो शासन के आदेश पर जिले के तीनों मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण कर लिया गया था। एसआरएमएस को 18000 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से शासन ने भुगतान करने के लिए सहमति दी। बीते दिनों कॉलेज प्रबंधन ने 203 दिनों का बिल बनाकर विभाग को भुगतान कराने को पत्र भेजा है।
तो क्यों लगा दिया 92 का स्टाफविभागीय अधिकारियों के अनुसार कॉलेज प्रबंधन से संक्रमितों के इलाज में 35 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने को कहा गया था, इसके आधार पर ही 18000 रुपये प्रतिदिन का चार्ज निर्धारित किया गया था लेकिन प्रबंधन ने 92 कर्मचारियों का स्टाफ बताकर बिल बनाकर भेजा है। इसलिए मानकों के अनुसार बिल दो गुने से भी अधिक है।
एसआरएमएस ने बिल भुगतान के लिए पत्र भेजा है, मानक के अनुरूप बिल ठीक नही है, कॉलेज प्रबंधन को सुधार के लिए भेजा है। डॉक्टर एसके गर्ग, सीएमओ