Bareilly: इंजीनियरिंग कॉलेजेज में एडमिशन के लिए हुए एआईईईई एंट्रेंस के कैंडीडेट्स अब अपनी ओएमआर शीट ऑनलाइन देख सकते हैं. यह व्यवस्था सीबीएसई ने लागू की है. इसके जरिए स्टूडेंट्स अपने आंसर का मिलान कर सकते हैं. फायदा ये होगा कि अगर कंप्यूटर ने कोई आंसर गलत रिकॉर्ड कर लिया होगा तो कैंडीडेट्स उसके अगेंस्ट दावा ठोक सकते हैं. दावा सही पाया गया तो उसमें सुधार किया जाएगा और माक्र्स मिलेंगे. यह व्यवस्था एक तरह से प्री स्क्रूटनी की तरह है.


10 लाख स्टूडेंट्स को फायदासीबीएसई ने दो फेज में एआईईईई एंट्रेंस कंडक्ट कराया था। ऑनलाइन और ऑफलाइन। 29 अप्रैल को कंडक्ट हुए ऑफलाइन यानी पेन एंड पेपर टेस्ट के लिए करीब 10 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था। सीबीएसई ने इन्हीं स्टूडेंट्स की ओएमआर शीट अपनी वेबसाइट पर ऑनलाइन कर दी है। स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन नम्बर, रोल नम्बर और डेट ऑफ बर्थ फीड कर अपनी ओएमआर शीट ऑनलाइन देख सकते हैं।गलती से बचने का तरीकासीबीएसई ने यह यह प्रक्रिया गलत आंसर रिकॉर्ड होने से बचने के लिए अपनाई है। इसके तहत स्टूडेंट्स यह जान पाएंगे कि जिस आंसर को उन्होंने ओएमआर शीट में लॉक किया है उसे मशीन ने रिकॉर्ड किया है कि नहीं। यदि मशीन ने गलत आंसर रिकॉर्ड किया होगा तो स्टूडेंट उसे चैलेंज भी कर सकते हैं। वे 6 जून तक सीबीएसई को अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।जमा करानी होगी फीस
गलत आंसर के अगेंस्ट स्टूडेंट सीबीएसई को रेस्पॉन्स दर्ज करा सकते हैं। प्रति रेस्पॉन्स उन्हें 500 रुपए फीस जमा करानी होगी। शिकायत के बाद स्टूडेंट्स की ओएमआर शीट को एग्जाम मार्किंग स्कीम के लिए गठित कमेटी के समक्ष स्क्रूटनी के लिए रखा जाएगा। स्टूडेंट की शिकायत सही पाई गई तो उसे स्क्रूटनी के लिए एक्सेप्ट कर लिया जाएगा। इसके बाद उसकी फीस रिफंड करते हुए माक्र्स में सुधार किया जाएगा।

Posted By: Inextlive