रेस्टोरेंट्स पर भारी ऑनलाइन डिलीवरी
- जोमैटो और स्विगी दे रहे ऑनलाइन बुकिंग की फैसिलिटी, घर बैठे मिल जाता है खाना
- इसी साल शुरू हुई फैसिलिटी, नेशनल लेवल पर रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन ने भी उठाई आवाजबरेली : ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस यूं तो बरेलियंस को खूब भा रही है, लेकिन रेस्टोरेंट ओनर्स के लिए यह मुसीबत बन गई है। बिजनेस में लॉस के साथ ही उनका विश्वास इस सर्विस से उठता जा रहा है। कारण ये है कि स्विगी और जोमैटो सर्विस मनमाने डिस्काउंट दे रही हैं, जिससे ओनर्स को इससे घाटा हो रहा है। अब आलम ये है कि सिटी में 50 परसेंट से ज्यादा रेस्टोरेंट और होटल ओनर्स इनसे किनारा कर चुके हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब ओनर्स से बात की तो उनका दर्द छलक उठा। इनका कहना है कि महीने में दो से तीन बार बिल जनरेट होते हैं, बरेली जंक्शन रोड स्थित रेस्टोरेंट में दिन में कभी पांच से छह ऑर्डर आते हैं तो कभी एक भी नहीं आते।
ये है बड़ी वजह - ऑनलाइन फूड सप्लाई करने वाले एप भारी डिस्काउंट दे रहे हैं। - डिस्काउंट शॉर्ट टर्म का प्रॉफिट, लॉन्ग टर्म में बिजनेस प्रॉफिट गिरेगा - 20 परसेंट कमीशन कटता है। पेनाल्टी भी लगा देते हैं- ऑनलाइन बुकिंग लेने वाली इन कंपनियों का आपस में है कांप्टीशन
इन्होंने छेड़ रखी है मुहिम रेस्टोरेंट चलाने वालों के ऑर्गेनाइजेशन नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) का इस बारे में कहना है कि डिस्काउंट कोई अधिकार नहीं है बल्कि एक विशेष लाभ की तरह है। भारी डिस्काउंट के कारण रेस्टोरेंट्स के सामने प्रॉब्लम्स खड़ी हो गई है। ये हो सकता है सॉल्यूशन शहर के कई रेस्टोरेंट ओनर्स ने हमें यह सुझाव दिए कि इसका सॉल्यूशन क्या हो सकता है। उन्होंने बताया कि डिस्काउंट पब्लिक के लिए तो बेहतर है लेकिन रेस्टोरेंट के लिए ठीक नहीं है। कोई भी सिस्टम कस्टमर के लिए तो अच्छा होना चाहिए लेकिन अगर यह बिजनेस पर असर डालने वाला हो तो इस विचार करना चाहिए। इसी साल शुरू हुई फैसिलिटी जोमैटो और स्विगी ने इस साल से ही यह फैसिलिटी शुरू की है। रेस्टोरेंट ओनर्स के मुताबिक, जनवरी से पहले उनका बिजनेस ठीक था, लेकिन बीते कुछ महीनों से उन्हें नुकसान हो रहा है। मजबूरी में इस ऑनलाइन सुविधा का सहारा लेना पड़ रहा है।