एक टीचर और 136 स्टूडेंट, कैसे संवरेगा भविष्य
-बरेली में बेसिक शिक्षा की वर्किंग पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहे हैं एकल स्कूलों के आंकड़े
- BAREILLY: सरकार शिक्षा की क्वॉलिटी को मेंटेन करने पर लगातार बल दे रही है। ताकि, कल के भविष्य प्राइमरी स्कूलों से बन-संवर कर निकलें, लेकिन सरकार की इस मंशा को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी पूरा नहीं होने देना चाह रहे हैं। यही वजह है कि शहर में ख्7 स्कूल 'एकल' यानि कि इन स्कूलों में एक-एक टीचर ही तैनात है। जबकि, एक-एक स्कूल में स्टूडेंट्स की संख्या सौ से भी अधिक हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि एक शिक्षक पूरे दिन सभी बच्चों को कैसे क्वॉलिटी बेस्ड एजुकेशन दे सकेगा। हैरानी वाली बात यह है कि तमाम ऐसे भी स्कूल भी हैं, जहां गिनती भर स्टूडेंट्स के लिए टीचर्स की फौज तैनात है। यह सच भी है कि एकल स्कूलों में एजुकेशन की महज खानपूर्ति हाे रही है।फ्0 स्टूडेंट से अधिक पर होने चाहिए दो टीचर्स
बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत प्राइमरी स्कूलों में फ्0 से कम स्टूडेंट्स पर एक टीचर तैनात करने की व्यवस्था बनायी गयी है। स्टूडेंट्स की संख्या फ्0 से अधिक यानि म्0 तक ख् टीचर्स और इसी प्रकार मानक के अनुरूप स्टूडेंट्स की संख्या के हिसाब टीचर्स की तैनाती होनी चाहिए, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग नियमों को दरकिनार किये हुए है और स्कूलों में मनमाने तरीके से टीचर्स तैनात हैं। बात करें तो ख्7 स्कूलों में मात्र एक-एक शिक्षक पर क्9ख्0 छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे है।
क्9 सौ स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे ख्7 टीचर एकल प्राइमरी स्कूलों में टोटल क्9ख्0 स्टूडेंट रजिस्टर्ड हैं। मानकों के मुताबिक इन स्कूलों में कम से कम म्0 टीचर तैनात होने चाहिए, लेकिन इन स्कूलों में महज ख्7 टीचर्स ही तैनात हैं। अफसोसजनक बात यह है कि कुछ स्कूलों में तो क्भ्0 से भी ज्यादा स्टूडेंट्स हैं, जिन्हें एक टीचर कैसे पढ़ा सकता है, इसे समझा जा सकता है। गिनती भर स्टडेंट्स पर टीचसर् की भरमारटीचर्स की तैनाती में बेसिक शिक्षा विभाग की काली करतूत अपनी कहानी स्वयं बयां कर रही है। एक तरफ जहां स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए टीचर्स की कमी है तो दूसरी तरफ ऐसे तमाम स्कूल है, जहां टीचर्स की फौज तैनात है। प्राइमरी स्कूल रेलवे कालोनी-दो में म्फ् छात्र रजिस्टर्ड है, यहां 7 टीचर्स तैनात है। रेलवे कालोनी-दो प्राइमरी स्कूल तो बेसिक शिक्षा विभाग के काली करतूत की महज एक बानगी है, नगरीय क्षेत्र के क्फ्ब् प्राइमरी स्कूलों में से क्7 स्कूल ऐसे है, जहां छात्रों की संख्या भ्0 से भी कम हैं और यहां फ् से लेकर पांच-पांच टीचर्स तैनात हैं।
स्टूडेंट संख्या स्कूल फ्0 से म्0 ब् म्0 से 90 क्क् 90 से क्ख्0 ब् क्ख्0 से क्भ्0 ब् क्भ्0 से क्80 ब्बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम का अधिकारी उल्लंघन कर रहे हैं। एकल स्कूलों में टीचर्स की तैनाती के लिए उनके संगठन के कई मर्तबा मांग उठायी, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगा।
हरीशबाबू शर्मा प्राथमिक शिक्षक संघ