निगम में एक और घोटाला
संविदा कर्मचारियों के मानदेय में नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने पकड़ा फर्जीवाड़ा
जोनल सेनेट्री ऑफिसर अपने साइन कर दे रहे थे मानदेय, मामले की जांच शुरू BAREILLY: नगर निगम के घोटालों की फेहरिस्त में एक और घोटाले की कड़ी जुड़ गई है। इस बार का मामला भी निगम के स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा है। स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मचारियों के मानदेय में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी के नाम पर जोनल सेनेट्री ऑफिसर संविदा कर्मचारियों को मानदेय बांट रहे थे। कागजों में बांटे जा रहे इस मानदेय को नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। एसपीएस सिंधु ने मंडे को पकड़ा। जब उनके पास भुगतान के लिए फाइल आई। फर्जीवाड़ा पकड़ में आते ही नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने जेडएसओ से मामले में जवाब तलब कर लिया है। वहीं उनके खिलाफ मामले की जांच शुरू कर दी गई है। क्भ् मामले पकड़ में आएनगर निगम में करीब 700 कर्मचारी संविदा पर काम कर रहे हैं। जिन्हे हर महीने मानदेय के तौर पर ब्ख्ख्0 रुपए दिया जाता है। हर महीने मानदेय देते समय संविदा कर्मचारी का एक पेमेंट फॉर्म होता है जिस पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी और सफाई इंस्पेक्टर के साइन होते हैं। मंडे को नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने भुगतान के लिए आए ऐसे क्भ् संविदा कर्मचारियों के केसेज पकड़े जिनमें उनके पदनाम वाली जगह पर उन्हीं के साइन न होकर जेडएसओ आर के पाराशर के साइन थे। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने इन संविदा कर्मचारियों का पेमेंट रोक दिया। साथ ही अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हर महीने लाखाें का खेल निगम के स्वास्थ्य विभाग में इससे पहले डीजल घोटाले और फर्जी एफिडेविट पर स्थाई नौकरी पाने का फर्जीवाड़ा भी पकड़ में आ चुका है। जिनकी जांच फाइलों में गुम हैं। अब इस नए फर्जीवाड़े से विभाग में घोटालेबाजों की मजबूत पकड़ का एक और खुलासा सामने आया है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक पिछले काफी समय से फर्जी साइन पर हर महीने लाखों का भुगतान किया जा रहा है। वहीं इस बात के भी कयास लगे हैं कि जिन संविदा कर्मचारियों के पेमेंट किए जा रहे हैं वह असल में निगम में काम कर भी रहे हैं या नहीं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी के जवाब तलब पर जेडएसओ ने किसी भी तरह के गबन की बात नकार दी है। जेडएसओ ने संविदा कर्मचारियों के पेमेंट के लिए साइन करने की जरूरत बताई।