माह के अंतिम दिन भी मुठभेड़, दो गोतस्कर अरेस्ट
बरेली (ब्यूरो)। पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह के गांव में गोकशी की घटना के बाद पुलिस हरकत में आई तो गोतस्करों की शामत आ गई। 12 फरवरी से जिले में मुठभेड़ का सिलसिला शुरू जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस की 16 दिन में गोतस्करों से आठ बार मुठभेड़ हुईं। जिसमें पुलिस अब तक दर्जनों गोतस्करों को अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। इससे गोतस्करों के हौसले पस्त हो गए हैं। मंगलवार की देर रात भोजीपुरा में मुठभेड़ में दो तस्कर पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को अरेस्ट करने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया है।
चल रहा था वांछित
इज्जतनगर थाना क्षेत्र के गांव परतापुर जीवन सहाय में रहने वाले भोजीपुरा के गांव घंगोरा घंघोरी के मूल निवासी 25 वर्षीय जफर उर्फ रमन कालिया पुत्र नजीर अहमद गोकशी के एक मामले में वांछित चल रहा था। उस पर 25 हजार रुपए को इनाम घोषित था। मंगलवार की देर रात वह भोजीपुरा के गांव घंगोरा घंगोरी निवासी तस्लीम पुत्र नौशे ठेकेदार के साथ गोकशी की घटना को अंजाम देने की फिराक में था। मुखबिर की सूचना पर बिथरी चैनपुर और भोजीपुरा थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से भोजीपुरा के गांव दीदार पट्टी में सिद्धि विनायक अस्पताल के पीछे मुठभेड़ के दौरान दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पैर में घुटने के नीचे गोली लगने से दोनों घायल हो गए। जबकि उनका एक साथी भोजीपुरा के गांव भूडा का रहने वाला भूरा पुत्र मुबारिक मौका पाकर फरार हो गया। पुलिस ने उनके पास से एक बाइक, दो तमंचे, कारतूस और गोवंश को काटने के औजार बरामद हुए। पुलिस ने दोनों का उपचार कराने के बाद जेल भेज दिया। साथ ही उनके साथी की तलाश की जा रही है।
बिथरी चैनपुर और भोजीपुरा थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से दो गोतस्करों को मुठभेड़ के बाद अरेस्ट कर लिया। दोनों तस्करों ने रोकने पर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में दो तस्कर पैर में गोली लगने से घायल हो गए। जबकि एक फरार हो गया। दोनों को उपचार के बाद जेल भेज दिया। जबकि फरार तस्कर की तलाश में पुलिस जुटी है।
राजकुमार अग्रवाल, एसपी रूरल