एमजेपीआरयू के इंक्यूबेशन सेंटर में सोरायसिस बीमारी के लिए मलहम तैयार किया गया है. सेंटर की टीम ने एक ऐसा ऑइंटमेंट तैयार किया है जिसे लगभग तीन महीने लगातार इस्तेमाल करने से सोरायसिस जैसी बीमारी को टूर किया जा सकता है.

बरेली (ब्यूरो)। एमजेपीआरयू के इंक्यूबेशन सेंटर में सोरायसिस बीमारी के लिए मलहम तैयार किया गया है। सेंटर की टीम ने एक ऐसा ऑइंटमेंट तैयार किया है, जिसे लगभग तीन महीने लगातार इस्तेमाल करने से सोरायसिस जैसी बीमारी को टूर किया जा सकता है।

क्या है सोरायसिस
सोरायसिस एक स्किन रिलेटिड डिजीज है। अभी तक यही कहा जाता है कि इस बीमारी का कोई पुख्ता इलाज नहीं है। कुछ दवाएं हैैं जो इससे कुछ हद तक राहत दिलाती हैै। इसमें स्किन पर पपड़ीदार पैचेस आते हैैं। कई बार लाल रंग के दाग-धब्बे भी नजर आने लगते हैैं। अकसर लोग इसे सामान्य त्वचा रोग मानकर नजऱअंदाज़ कर देते हैं। ये कॉमन से दिखने वाले लक्षण सोरायसिस की शुरुआत हो सकती है।

क्यों होता है
सोरायसिस इम्यून सिस्टम बिगडऩे की वजह से हो सकता है। यह बीमारी होने से स्किन के नए सेल्स का निर्माण जल्दी-जल्दी नहीं हो पाता है। इससे स्किन के डेड सेल्स स्किन की ऊपरी परत पर ही जमा होने लगता है और स्किन पर दाग-धब्बे बना देता है। बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी सोरायसिस होता है। चोट लगने, स्किन इंफेक्शन, मौसम में बदलाव, शराब के ज्यादा सेवन करने से भी सोरायसिस हो सकता है।

क्या है हर्बल इलाज
सोरायसिस के आयुर्वेदिक और हर्बल इलाज के लिए यूनीजाल फॉर्मास्यूटिक प्राइवेट लिमिटेड ने केमिकल फ्री आयुर्वेदिक तरीके से एक प्रोडक्ट तैयार कर रही है। यह जल्द ही लोगों के लिए भी उपलब्ध होगा। इसे तैयार करने वालों में शानू रघुवंशी, हर्ष खंडेलवाल और जितेंद्र सक्सेना शामिल हैैं। कंपनी डायरेक्टर शानू ने बताया कि पहले इस बीमारी का कोई पर्मानेंट इलाज नहीं था, लेकिन उनकी टीम एक ऐसे फॉर्मूले पर काम कर रही है। जिससे कि इस इलाज को पूरी तरह ठीक किया जा सकेगा। लंबे समय से इसकी टेस्टिंग दिल्ली और बरेली के कुछ क्लिनिक में चल रही है।

आइए इनकी सुनें
सोरायसिस से स्किन पर लाल और भूरे कलर के पपड़ीदार दाग-धब्बे नजऱ आने लगते हैं। इनमें लगातार खुजली होती है। खुजली की वजह से स्किन से गाढ़ा पानी निकलने लगता है, जो मवाद जैसा होता है। अगर सोरायसिस सिर पर है तो मरीजों के स्कैल्प पर धब्बे या पपड़ी बनने शुरू हो जाते हैं। बहुत ज्यादा तनाव लेने से भी यह बीमारी होती है या फिर जेनेटिक भी होती है।
शानू, डायरेक्टर, यूनिजाल फॉर्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड

इंक्यूबेटर को स्पोर्ट करने का काम एमजेपीआरयू करता है। कोई भी कंपनी यहां पर आती है तो उन्हें सारे जरूरी सर्टिफिकेशन दिलाए जाते हैं। यह कंपनी पूरी तरह से हर्बल प्रोडेक्ट पर काम कर रही है। इसके साथ ही इनका मेन मोटो सोरायसिस जैसी बीमारी का परमानेंट इलाज ढूंढना है।
यतींद्र कुमार, सीओओ

सोरायसिस के प्रकार
सोरायसिस के कई प्रकार हैं।
प्लेक सोरायसिस
गटेट सोरायसिस
पस्चुरल सोरायसिस
सोरियाटिक सोरायसिस
एरिथ्रोडर्मिक सोरायसिस

Posted By: Inextlive