Bareilly: मोबाइल की एसएमएस फैसिलिटी हमेशा से ही यूथ की पहली पसंद रही है लेकिन अब एसएमएस को लेकर एक नया क्रेज देखने को मिल रहा है. यूथ के साथ ही बड़े उम्र के लोग भी एसएमएस को ऑफिशियली यूज कर रहे हैं. बॉस को कोई इंपॉर्टेंट इंफॉर्मेशन देनी हो या फिर लीव लेना हो. यहां तक कि अपने कलीग से कोई ऐसी बात करनी हो जो पास बैठे शख्स को नहीं बतानी है इसमें भी एसएमएस लोगों की खूब मदद कर रहा है. यूथ में तो इसका इतना क्रेज है कि मोबाइल से बात करने के लिए बैलेंस भले ही न हो पर एसएमएस कार्ड पड़ा होना जरूरी है.


काम का अपडेट SMS सेएसएमएस केवल फ्रेंड्स के बीच कम्यूनिकेशन का जरिया ही नहीं रहा बल्कि इसका ऑफिशियल यूज भी हो रहा है। कोई अपने काम की अपडेट सीनियर्स को एसएमएस के जरिए देता है तो कभी ऑफिस मीटिंग की इंफॉर्मेशन एसएमएस पर ही मिलती है। एसएमएस तो अब प्रियजनों को इंविटेशन देने का भी माध्यम बन गया है।आठ लाख मोबाइल users


मौजूदा समय में सिटी में तकरीबन आठ लाख मोबाइल यूजर्स हैं। इनमें से 80 परसेंट यूजर यूथ हैं। एक्सपट्र्स की मानें तो एसएमएस फैसिलिटी का यूज सबसे ज्यादा यूथ ही करते हैं। इसकी खास वजह मोबाइल का खर्च पॉकेट मनी के अकॉर्डिंग रखना है। वहीं कॉलेज यूथ के तो 30 परसेंट एसएमएस केवल फ्रेंडस के हाल-चाल जानने और हैलो-हाय में ही जाते हैं। ट्रेंड के मुताबिक ज्यादातर एसएमएस लोकल ही किए जाते हैं। फ्रेंडस को क्लास में बुलाना हो, क्लास बंक करना हो, कैंटीन में बैठना हो या कोई भी मस्ती करनी हो सारी प्लानिंग एसएमएस के जरिए ही की जाती है।Radiation से बचाता है

एसएमएस से यह फायदा भी है कि टॉकिंग में जहां हमें रेडिएशन का ज्यादा खतरा होता है, वहीं एसएमएस करने में मोबाइल रेडिएशन का खतरा काफी कम माना जाता है। यूथ की माने तो एसएमएस से आपको किसी बात की जानकारी भी हो जाती है और एसएमएस आने से यह बाध्यता नहीं रहती कि इसे फौरन पिक करना ही है। जब मन करे तब एसएमएस करे या पढ़े। कम शब्दों में ज्यादा बात JstCL Me-     just call me KIT-     keep in touch LETA-     letter LOL-     laugh out loud LtsGt2gther-    let’s get together MGB-    may god bless MYOB-    mind your own business NE-     any NE1-     any one MO-     moment OTOH-     on the other hand RMB-     ring my bell Salt&ILDoIT-     say it & i’ll do it SO-     significant other SOH-     sense of humour SOHF-     sense of humour failureजब कोई आपसे बात न कर रहा हो तो उससे बात करने के लिए एसएमएस सबसे अच्छा जरिया है। कॉल भले ही पिक न हो पर एसएमएस के जरिए तो बात कही जा सकती है। यह क म्यूनिकेशन गैप मिटाने का एक अच्छा जरिया है।- नंदिता, स्टूडेंटमुझे तो बोरिंग क्लास में बैठकर फ्रेंड्स से चैटिंग करना अच्छा लगता है। और जब एसएमएस कार्ड पड़ा हो तब तो खर्च की भी टेंशन नहीं होती है। बात करने से कहीं ज्यादा अच्छा है एसएमएस करना।

- आर्यन शर्मा, स्टूडेंट
मुझे तो बॉस से लीव की रिक्वेस्ट करने के लिए एसएमएस सबसे अच्छा जरिया लगता है। इसमें मुझे डायरेक्टली ना नहीं सुनना पड़ता है। कई बार डे रिपोर्ट भी एसएमएस के जरिए ही बॉस क ो दे देता हूं।- विवेक सिंह, एग्जीक्यूटिवएसएमएस से जहां ज्यादा खर्च नहीं करना होता है। वहीं एसएमएस करने से कम्यूनिकेशन गैप भी मिट जाता है। वहीं एसएमएस के जरिए कई सारे फ्रेंड्स का ग्रुप बनाकर सभी को एक साथ अटेंशन दिया जा सकता है।- माइकल मैसी, स्टूडेंटइमरजेंसी के दौरान एसएमएस ज्यादा फायदेमंद होता है। जहां नेटवर्क प्रॉब्लम हो वहां करने से कम्यूनिकेशन आसानी से हो जाता है। इससे आपको बात करने के लिए बार-बार नेटवर्क चेक नहीं करना होता है।- डेनियल क्रिश्चियन, स्टूडेंट हां, यह सही है कि पिछले कुछ साल में टॉकिंग के बजाय एसएमएस करने का ट्रेंड बढ़ा है। यूथ एसएमएस करने में सबसे आगे हैं। मोबाइल यूजर्स में 80 परसेंट यूथ हैं जो एसएमएस को कम्यूनिकेशन का बेहतर मीडियम मानते हैं। इससे रेडिएशन का खतरा भी कम रहता है। यूथ में इसके बढ़ते यूज की वजह एसएमएस कार्ड हैं। इससे उन्हें एसएमएस के लिए ज्यादा खर्च भी नहीं करना पड़ता है।- मणिराम, जीएम, बीएसएनएल

Posted By: Inextlive