आम जनता की ओर से अधिकारियों द्वारा शिकायतों पर ध्यान न दिए जाने की कंप्लेंट्स तो गाहे-बगाहे सामने आती रहती हैं. यहां तो विधायक की बात भी अधिकारी नहीं सुन रहे. एडीएम प्रशासन ने एक काम के लिए फरीदपुर विधायक प्रो. श्याम बिहारी लाल को एक महीने तक टहलाया.

बरेली (ब्यूरो)। आम जनता की ओर से अधिकारियों द्वारा शिकायतों पर ध्यान न दिए जाने की कंप्लेंट्स तो गाहे-बगाहे सामने आती रहती हैं। यहां तो विधायक की बात भी अधिकारी नहीं सुन रहे। एडीएम प्रशासन ने एक काम के लिए फरीदपुर विधायक प्रो। श्याम बिहारी लाल को एक महीने तक टहलाया। फ्राइडे को विधायक ने अपना दर्द जिले के प्रभारी मंत्री जयवीर ङ्क्षसह के सामने रखा तो उनकी लाचारगी साफ नजर आई। कंप्लेंट करते हुए विधायक का कहना था कि एससी-एसटी की फाइल्स करने में एडीएम प्रशासन रुचि नहीं ले रहे हैं। कई बार फोन किया, पर हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टालते रहे। बोले कि जब मेरा काम होने में एक माह लग गया तो आम जनता के काम में कितना समय लगता होगा।

विकास कार्यों की समीक्षा
फ्राईडे को प्रभारी मंत्री ने जनपद के सभी विभागों के विकास कार्यों, जनकल्याणकारी योजनाओं आदि की समीक्षा की। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने बिजली विभाग, ङ्क्षसचाई विभाग, सरकारी जमीनों पर कब्जे आदि की शिकायतें कीं। इस पर प्रभारी मंत्री ने काफी आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नंबर सेव रखने और उनसे शिष्टाचारपूर्वक बात करने के निर्देश दिए। दो टूक कहा कि अपना रवैया सुधर लें। शिकयतों को गंभीरता से लें, वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहें। प्रभारी मंत्री ने 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक चले आयुष्मान भव: कार्यक्रम में जारी हुए आयुष्मान कार्ड की संख्या पूछी तो सीडीओ ने 1.40 लाख कार्ड बनने की जानकारी दी। प्रभारी मंत्री ने कार्यक्रमों व विशेष दिवसों में पंचायत सहायक व ग्राम स्तरीय अधिकारियों के माध्यम से पात्रों के आयुष्मान कार्ड बनवाने को कहा।

जेनेरिक दवाओं पर फोकस
अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रखने के निर्देश भी उन्होंने दिए। जेनेरिक दवाइयों को प्राथमिकता देने व रोगियों को बाहर से दवा नहीं लिखने को कहा। सीएचसी-पीएचसी खुले रखने के निर्देश दिए। अस्पताल नहीं आने वाले चिकित्सकों को सूची बनाकर देने को कहा। डेंगू, मलेरिया व अन्यच्मच्छर जनित बीमारियों के रोकथाम की समुचित व्यवस्था करने व एंटी लार्वा दवा छिडक़ाव के निर्देश दिए। आइजीआरएस की शिकायतों को गुणवत्तापूर्ण व समय से निस्तारण करने को कहा। गांवों में जो तालाब पाट दिए गए हैं, अभियान चलाकर उनकी गहराई बढ़ाई जाए, ताकि गांवों में जलभराव न हो। गोशालाओं के आसपास खाली पड़ी सरकारी जमीन पर कब्जा हटाकर वहां पशुओं के लिए नैपियर घास उगाएं। अधिकारी गांवों में भ्रमण के वक्त सामुदायिक शौचालय, सरकारी भवनों का निरीक्षण व योजनाओं की समीक्षा जरूर करें।

की जा रही व्यवस्था
अधिकारियों ने 31 अक्टूबर तक सभी सडक़ें गड्ढामुक्त करने का दावा किया। सीडीओ ने बताया कि जिले में 2500 परिषदीय विद्यालयों में से मात्रा सौ विद्यालयों में फर्नीचर का अभाव है। वहां व्यवस्था की जा रही है। प्रभारी मंत्री ने जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन डालने को खोदी जा रही सडक़ें खुली छोड़ देने की शिकायत पर नाराजगी जताई। अधिशासी अभियंता ने बताया कि 30 स्थानों पर टैंक बनने व कनेक्शन जारी होने के बाद सडक़ों को सही करवा दिया गया है। मंत्री ने 30 स्थानों की सूची देने को कहा। पर्यटन के बारे में बोले, मीरगंज में रहपुरा जागीर में शिव मंदिर में विकास कार्य चल रहा है। नगर निगम लेजर फाउंटेन व लाइट फाउंटेन बना रहा है। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि नवाबगंज, मीरगंज में पालिटेक्निक के भवन बने खड़े हैं, लेकिन संचालित नहीं हो रहे हैं। प्रभारी मंत्री ने भवनों को लेकर पीपीए माडल से संचालित करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान सांसद धर्मेंद्र कश्यप, महापौर डा। उमेश गौतम, एमएलसी कुंवर महाराज ङ्क्षसह, विधायक कैंट संजीव अग्रवाल, विधायक मीरगंज डा। डीसी वर्मा, विधायक नवाबगंज डॉ। एमपी आर्य, विधायक बिथरीचैनपुर डा। राघवेंद्र शर्मा, डीएम रङ्क्षवद्र कुमार, एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान, सीडीओ जग प्रवेश, नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स, एडीएम प्रशासन दिनेश, एडीएम फाइनेंस संतोष बहादुर ङ्क्षसह, एडीएम नगर सौरभ दूबे, सीएमओ डा। विश्राम ङ्क्षसह, परियोजना निदेशक डीआरडीए तेजवंत ङ्क्षसह सहित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

पेंशन में घोटाले का मामला भी उठा
प्रभारी मंत्री के सामने रामनगर ब्लाक के गांव गोठा खंडुआ में 46 सधवा महिलाओं को फर्जी तरीके से विधवा पेंशन देने का मामला एमएलसी कुंवर महाराज ङ्क्षसह ने उठाया। उन्होंने कहा कि सरकारी पैसा निकल गया और किसी अधिकारी व कर्मचारी को पता भी नहीं चला। मामले में पूरा सिस्टम लिप्त है। बावजूद इसके सिर्फ बाहरी लोगों पर ही कार्रवाई कर दी गई। अधिकारियों व कर्मचारियों को बचा लिया गया। उनकी बात पर कोई अधिकारी जवाब नहीं दे पाए।

Posted By: Inextlive