वर्ष 2021 में ओपीडी में पहुंचे 77614 मेंटल पेशेंट एक साल में 65 से बढक़र 154 हो गई भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या

(बरेली ब्यूरो)। जिले में कोविड के बाद से मेंटल हॉस्पिटल में पेशेंट्स की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसके साथ ही कोविड के बाद से कुछ पेशेंट्स पर दवाई इफेक्टिव रूप से काम नहीं कर रही हंै। एक्सपर्ट्स ने इसका रीजन एंग्जाइटी व डिप्रेशन को बताया है।


1862 में बना मेंटल हॉस्पिटल
1862 में बने मेंटल अस्पताल का निर्माण अंग्रेजों ने कराया था। इस अस्पताल में दूरदराज के मरीजों को इलाज के लिए लाया जाता था। अंग्रेजों के समय में शुरू हुआ यह सिलसिला अब तक जारी है। इसमें इलाज कराने के लिए दूर-दूर से मानसिक रोगी आते हैैं। इसके साथ ही यहां पर मिलने वाले इलाज से काफी पेशेंट्स ठीक होकर अपने घर जा चुके हैैं।

मेल पेशेंट्स की संख्या ज्यादा
मेंटल हॉस्पिटल में एडमिट होने वालों में महिलाओं की अपेक्षा में पुरुषों की संख्या ज्यादा है, वर्ष 2020 में मानसिक हॉस्पिटल में एडमिट मेल पेशेंट्स की संख्या 43 थी। वहीं फीमेल पेशेंट्स की संख्या 22 थी। वहीं 2021 एडमिट होने वाले मेल पेशेंट्स की संख्या 105 और फीमेल पेशेंट्स की संख्या 49 रही। यह साफ दर्शाता है कि मेल पेशेंट्स की संख्या फीमेल पेशेंट्स के मुकाबले ज्यादा है।

ओपीडी में बढ़ी संख्या
मेंटल हॉस्पिटल की ओपीडी में दिखाने आने वालों की संख्या में कोविड के बाद काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। 2020 में ओपीडी में आने वालों की संख्या 66,707 थी। वहीं 2021 में यह संख्या बढकऱ 77,614 हो गई।

कोविड का असर
डॉक्टर्स की मानें तो कोविड महामारी के बाद से किन्हीं-किन्हीं पेशेंट्स में दवाई उतनी इफेक्टिव नहीं दिख रही है। साथ ही कोविड के बाद से कुछ हद तक पेशेंट्स की संख्या बढ़ी है। कोविड के दौरान लोगों में डिप्रेशन, एंग्जायटी, सिरदर्द की समस्या भी बढ़ी है। इस कारण मानसिक रोगियों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है।

फैमिली सपोर्ट जरूरी
डॉक्टर्स के मुताबिक किसी भी पेशेंट के ठीक होने के लिए उसके फैमिली का सर्पोटिव होना जरूरी है। पेशेंट्स के साथ फैमिली सपोर्ट मिलने से उसका इलाज करने में सहायता मिलती है। साथ ही उन्होंने बताया कि 40 पर्सेंट पेशेंट इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो जाते हैैं। वहीं 40 पर्सेंट ऐसे होते हैैं, जो मेडिसिन के दम पर ठीक रहते हैैं। 20 पर्सेंट पेशेंट ऐेसे होते हैैं, जो मेडिसिन से मैनेजेबल रूप से ठीक जाते हैैं।

वर्जन
कोविड के बाद कुछ पेेशेंट्स पर दवाई उतनी इफेक्टिव नहीं दिख रही है, जितनी पहले दिखती थी। कोविड के बाद कुछ हद तक पेशेंट्स की संख्या बढ़ी है। वहीं अगर पेशेंट्स को फैमिली सपोर्ट मिल जाता है तो उसको उपचार में सहायता मिल जाती है।
-डॉ। सीपी मल, सीनियर कंसल्टेंट, मेंटल हॉस्पिटल

फैक्ट एंड फिगर
66707 : 2020 में ओपीडी में आने वाले पेशेंट्स की संख्या
77614 : 2021 में ओपीडी में पहुंचे पेशेंट्स
65 : 2020 में एडमिट हुए पेशेंट
154 : 2021 में एडमिट हुए पेशेंट

Posted By: Inextlive