Bareilly:अब किसी गैराज में कार सर्विस या फिर इलेक्ट्रिक फिटिंग करती कोई लेडी मैकेनिक नजर आए तो हैरान होने की जरूरत नहीं है. असल में हर फील्ड में ब्वॉयज के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही गल्र्स ने इस सेक्टर में भी हाथ आजमाना स्टार्ट कर दिया है. टीचिंग मेडिकल इंजीनियरिंग और फैशन डिजाइनिंग कोर्सेस के लिए क्रेजी गल्र्स अब प्लम्बिंग से लेकर वेल्डिंग तक में भी अपना दम दिखाने को तैयार हैं.


City girls बन रहीं फिटर और टर्नरआमतौर पर ब्वॉयज के काम माने जाने वाले फील्ड में गल्र्स का दखल किस कदर बढ़ रहा है, इसका अंदाजा आईटीआई कैंपस में पहुंचकर लगा। लैब में प्लंबिंग से लेकर वेल्डिंग के गुर सीख रहीं इन गल्र्स का जोश देखते ही बनता है।20 परसेंट से ज्यादा हैं girls


प्रिंसिपल सैय्यद अली हुजूर ने बताया कि लास्ट टू ईयर्स से ही गल्र्स ने आईटीआई की ओर रुख करना शुरू किया है। इससे पहले तो डिस्ट्रिक्ट के एकमात्र गल्र्स आईटीआई में चलने वाले फैशन टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स में ही गल्र्स एडमिशन लेती थीं। दो साल पहले तो स्टेनो कोर्स, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इलेक्ट्रिकल के कोर्स में ही गल्र्स ने एडमिशन लिए थे। पर अब  फिटर, टर्नर, वेल्डर, ऑटो मोबाइल मैकनिक, सर्वेयर, ड्राफ्ट मैन, मशीनिस्ट जैसे कोर्स में भी एडमिशन ले रही हैं। लास्ट ईयर गल्र्स के लिए मिलने वाला 20 परसेंट कोटा भी पूरा नहीं हुआ था। पर प्रेजेंट ईयर में तो कोटा पूरा हो चुका है। इस समय आईटीआई में कुल मिलाकर डिफरेंट कोर्सेस में करीब 231 गल्र्स पढ़ाई कर रही हैं।एक module पांच trade

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में चलने वाला इलेक्ट्रिकल का यह क ोर्स एक साल का है। इस कोर्स को दो-दो माह के 6 मॉड्यूल में डिवाइड किया जाता है। यह कोर्स मल्टी टैलेंटेड स्टूडेंट्स तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया है। कोर्स के एक मॉड्यूल में ही पांच ट्रेड की पढ़ाई होती है। कोर्स को करने के बाद किसी सेक्टर में जॉब ज्वॉइन करना आसान होता है। प्रेजेंट ईयर में कोर्स में 13 गल्र्स एडमिशन ले चुकी हैं। Last year 1200 को placementलास्ट ईयर आईटीआई में 30 मल्टीनेशनल कंपनी आईं। जिन्होंने पास आउट और एल्युमिनाई को मिलाकर 1200 लोगों को प्लेस किया। आईटीआई में एक साल में 700 एडमिशन लिए जाते हैं। प्लेसमेंट के समय जिले भर के  आईटीआई से स्टूडेंट्स को कॉल किया जाता है। Shortcut to B.tech.गल्र्स आईटीआई को बीटेक के लिए शॉर्ट कट के रूप में भी यूज कर रही हैं। इसकी वजह आईटीआई के लिए क्लास 10 के बाद अप्लाई किया जा सकता है। इसका टू ईयर कोर्स करने के बाद, पॉलीटेक्निक में डायरेक्ट सेकेंड ईयर में एडमिशन मिल जाता है। ऐसे में तीन साल का यह कोर्स दो साल में ही पूरा हो जाता है। पॉलिटेक्निक कोर्स के बाद एप्लीकेंट को बीटेक सेकेंड ईयर में डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। वहीं तीनों प्रोफेशनल कोर्स होने से कभी किसी भी लेवल की जॉब के लिए अप्लाई भी कर सकते हैं।

ITI in Bareilly districtTotal Govt। ITI                             6Total trades                               27Girl students in last session           95Girl students in present session    231मैं करियर ओरिएंटेड कोर्स करना चाहती थी। आईटीआई में सेलेक्शन ड्राफ्टमैन सिविल में हो गया। इसमें करियर की अच्छी संभावनाएं हैं।-चारू, स्टूडेंटअनस्किल्ड टैंलेट के लिए कोई जॉब नहीं होती। यहां फीस भी ज्यादा नहीं है और ड्राफ्टमैन मैकेनिकल ट्रेड में जॉब ऑप्शंस भी अच्छे हैं। रेलवे    में इसकी अच्छी डिमांड है।-नेहा, स्टूडेंटमेरे सामने फिटर का कोर्स एक चैलेंज था। मैंने इसे स्वीकार किया और आज मैं आईटीआई की स्टूडेंट हूं। फिटर्स के लिए फै क्ट्रीज में संभावनाएं अच्छी हैं।-शबनम, स्टूडेंटमुझे इलेक्ट्रिीशियन का कोर्स काफी इंट्रेस्टिंग लग रहा है। इसका काम ज्यादा मुश्किल नहीं है। प्राइवेट सेक्टर और हाइडिल में इलेक्ट्रीशियन के जॉब ऑप्शंस हैं।-विनीता , स्टूडेंटधीरे-धीरे गल्र्स आईटीआई की सभी ट्रेड्स की ओर अट्रैक्ट हो रही हैं। वह कन्वेंशनल कोर्स से लेकर शॉर्ट टर्म कोर्स तक सभी में एडमिशन ले रही हैं। यह एक बदलाव का दौर है। वह दिन दूर नहीं जब मैकेनिक्स के तौर पर मार्केट में भी गल्र्स नजर आने लगेंगी।-सैय्यद अली हुजूर, प्रिंसिपल, गवर्नमेंट इंटरनेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूटReport by: Nidhi Gupta

Posted By: Inextlive