- यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज में नोडल ऑफिसर नियुक्त करने के दिए निर्देश

- कमीशन से की जाने वाली क्वेरीज का त्वरित जवाब देना होगा नोडल ऑफिसर को

BAREILLY: फॉरेन कंट्रीज में हायर एजुकेशन की चाह रखने वाले और फॉरेन स्टूडेंट्स जो इंडिया से हायर एजुकेशन गेन करना चाहते हैं, अब दोनों तरह के स्टूडेंट्स को वीजा लेने में ज्यादा परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। वीजा लेने में आने वाली प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के लिए अब यूनिवर्सिटी स्तर पर नोडल ऑफिसर नियुक्त किए जाएंगे। सेंट्रल गवर्नमेंट की मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट के आदेश पर यूजीसी ने देश की सभी यूनिवर्सिटीज को यह निर्देश जारी किए हैं।

जिस तरह से हायर एजुकेशन के लिए काफी संख्या में स्टूडेंट्स इंडिया से फॉरेन की यूनिवर्सिटीज में जाते हैं। उसी तरह से फॉरेन यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट्स भी यहां के यूनिवर्सिटीज में हायर एजुकेशन के कोर्सेज में इनरोल होते हैं। इन दोनों स्टूडेंट्स को एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए वीजा की जरूरत होती है। दोनों तरफ से कमीशन के ऑफिसर यूनिवर्सिटीज से इस संबंध में डॉक्यूमेंट डिटेल्स समेत अन्य तरह की क्वेरीज करते हैं।

नहीं मिलता क्वेरी का जवाब

यूजीसी के सेक्रेट्री प्रो। डॉ। जसपाल एस संधु की तरफ से जारी लेटर में यह शिकायत दर्ज की गई है कि कमीशन की तरफ से पूछे जाने वाली क्वेरीज का यूनिवर्सिटीज सही ढंग से जवाब नहीं देती। जवाब अक्सर अधूरे होते हैं। वह भी इतने लेट भेजे जाते हैं कि स्टूडेंट्स को वीजा मिलने और एडमिशन लेने में लेट हो जाता है। जिसके चलते वे एडमिशन से चूक जाते हैं। इन समस्याओं को देखते हुए यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज में वीजा संबंधी कार्यो के लिए नोडल ऑफिसर नियुक्त करने का निर्देश जारी किया है। यह नोडल ऑफिसर यूनिवर्सिटीज में नियुक्त किए जाएंगे। यूनिवर्सिटी कोई भी अधिकारी व टीचर इसके लिए नियुक्त किया जाएगा। अलग से कोई नियुक्ति नहीं होगी।

रजिस्ट्रार ही होंगे नोडल ऑफिसर

वैसे कायदे से रजिस्ट्रार ही इन सभी कार्यो के लिए रजिस्ट्रार नोडल ऑफिसर होते हैं। जब भी कोई ऐसी क्वेरी आती है तो रजिस्ट्रार के पास जाती हैं। फिर रजिस्ट्रार जानकारी के लिए संबंधित डिपार्टमेंट को फॉरवर्ड कर देते हैं। सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद क्वेरी के जवाब रजिस्ट्रार के सिग्नेचर के साथ कमीशन को भेज दिया जाता है।

Posted By: Inextlive