सिटी में 35 पर्सेंट घरों में नहीं वॉटर सप्लाई
बरेली(ब्यूरो)। दुनिया को पानी का महत्व के प्रति अïवेयर करने व स्वच्छ जल मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस का आयोजन किया जाता है। शहर में पेयजल की आपूर्ति नगर निगम द्वारा की जाती है। लेकिन, यह पेयजल सभी बरेलियंस के हिस्से में नहीं पहुंच पा रहा है। क्योंकि पब्लिक की जरूरत के मुताबिक पानी की सप्लाई भी शहर में काफी कम है। साथ ही आबादी के सापेक्ष मात्र 65 प्रतिशत लोगों को पेयजल की सप्लाई हो रही है। पब्लिक को पानी बचाने के लिए अवेयर करने व व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के उद्देश्य से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आज से कैंपेन शुरू किया जा रहा है।
95 हजार घरों में वाटर सप्लाई
नगर निगम की ओर से शहर के 95 हजार घरों में ओवरहेड टैैंक के माध्यम से वॉटर सप्लाई की जा रही है। वहीं अब भी शेष 50 हजार घरों में पानी की सप्लाई नहीं पहुंच पा रही हैै, इसको लेकर अधिकारियों का कहना है कि पानी की लाइन का लगातार विस्तार किया जा रहा है। साथ ही अभी 43 ओवरहेड टैैंक से सप्लाई हो रही है, दो ओवरहेड टैैंक का निर्माण नदौसी व नगरिया परीक्षित में किया जा रहा है। जिससे अधिक से अधिक आबादी को कवर किया जा सके।
निगम की ओर से प्रतिदिन नगर वासियों को 142 एमएलडी (मिलियन ऑफ लीटर पर डे) पानी की सप्लाई की जाती है। जबकि प्रतिदिन 155 एमएलडी पानी की डिमांड बरेलियंस को हैैं। 13 एमएलडी आवश्यकता से कम पानी की सप्लाई प्रतिदिन की जा रही है। 24 घंटे में समाधान का वादा
निगम से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार उनके पास ओवरहेड टैैंक, वॉटर टैंक व इंडिया मार्का हैैंडपंप के माध्यम से जल मुहैया कराया जाता है। निगम के पास 43 ओवरहेड टैैंक, 4,027 इंडिया मार्का हैैंडपंप व 28 वॉटर टैैंकर हैैं। कहीं कोई परेशानी होने पर वॉटर टैैंकर भेज दिया जाता है, साथ ही अस्थाई रूप से खराब हैैंडपंप को 24 घंटे में ठीक कराया जाता है।
क्यों मनाते हैैं विश्व जल दिवस
1992 में ब्राजील में पर्यावरण और विकास सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां विश्व जल दिवस को मनाए जाने का मुद्दा उठा, जिसके बाद सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने 1992 में प्रस्ताव को अपनाया। इसके बाद से हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाए जाए की घोषणा की गई। वर्ष 1993 में वल्र्ड वॉटर डे सेलिब्रेट किया गया। साल 2010 में यूएन ने सुरक्षित, स्वच्छ पेयजल एवं स्वच्छता के अधिकार को मानव अधिकार के रूप में मान्यता दी। विश्व जल दिवस 2023 की थीम को परिवर्तन से जोड़ा गया है। इस साल एक्सीलरेटिंग चेंजज यानी परिवर्तन में तेजी को थीम बनाया गया है।
पब्लिक को शुद्ध पेयजल की सप्लाई मिले, इसके लिए लगातार प्रयास किया जाता है। अभी दो ओवरहेड टैैंक का निर्माण कराया जा रहा है, पूरा होने के बाद अधिक लोगों को सप्लाई मिल सकेगी।
-अजीत कुमार, अवर अभियंता, जलकल विभाग