ना टाइम टेबल और ना टीचर्स, कैसे होगी पढ़ाई
बीसीबी में अभी तक टाइम टेबल व्यवस्थित नहीं
टीचर्स से लेकर स्टूडेंट्स को क्लासेस की टाइमिंग की खबर नहीं BAREILLY: बीसीबी में क्म् अगस्त से क्लासेस स्टार्ट हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक डिपार्टमेंट में पढ़ाई को लेकर टाइम टेबल व्यवस्थित नहीं हो पाया है। हर डिपार्टमेंट यही कह रहा है कि उसने टाइम टेबल तैयार कर सभी को प्रोवाइड कर दिया है, लेकिन हकीकत यह है कि ना केवल स्टूडेंट्स बल्कि टीचर्स को यह नहीं मालूम कि उनकी क्लास कितने बजे है। यही नहीं टाइम टेबल में कई तरह की व्यवहारिक दिक्कतें भी हैं, जिनको लेकर कई स्तर पर कंफ्यूजन क्रिएट हो गया है। पुराने टीचर्स का लिखा नाममैथ्स डिपार्टमेंट के बाहर उनका टाइम टेबल चस्पा किया गया है। एक बारगी देखते हुए लगता है कि पुराना टाइम टेबल ही चस्पा कर दिया गया है। उसमें पुराने टीचर्स का ही नाम दिया गया है। जबकि नए टीचर्स जो अप्वॉइंट हुए हैं उनके बारे में पता नहीं है। टाइम टेबल में दो एडहॉक टीचर्स डॉ। अंजली सिंह और डॉ। निकिता सिसोदिया का नाम है, जो अब पढ़ाने नहीं आते। वहीं नए अप्वॉइंटमेंट के बारे में डिपार्टमेंट ने कोई जिक्र नहीं किया है। यही नहीं टाइम टेबल में कई ऐसी बाते हैं जो व्यवहारिक नहीं हैं। एक ही टाइम में एक ही क्लास में दो से तीन और क्लासेस का टाइम दिया गया है। ऐसे में एक वक्त पर ख्ब्0 स्टूडेंट्स तक को पढ़ाना बिल्कुल भी व्यवहारिक नहीं है।
स्टूडेंट्स को कोई खबर नहीं कुछ ऐसा ही हाल बॉटनी में भी है। इस कोर्स के स्टूडेंट्स ने भी कंप्लेन की है कि उन्हें टाइम टेबल के बारे में कोई इंफॉर्मेशन नहीं है। उन्होंने बताया कि जब वे अपनी क्लासेस के बारे में इंफॉर्मेशन लेने के लिए डिपार्टमेंट गए तो वहां के कर्मचारियों ने टाइम टेबल के होने से इंकार कर दिया। जबकि डिपार्टमेंट के हेड इस बात से इंकार कर रहे हैं। वे बताते हैं कि टाइम टेबल बनाकर सबको सूचित कर दिया गया है। स्टूडेंट्स ने भी किया घेरावटाइम टेबल और क्लासेस ना लगने को लेकर स्टूडेंट्स ने भी प्रिंसिपल का घेराव किया। एबीवीपी के सुमित गुर्जर, दिनेश गंगवार, अभय चौहान, भूपेंद्र कुर्मी, हिमांशु, पारस, पवन, महेश साहू समेत कई स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव से टाइम टेबल को व्यवस्थित रूप देने और उसे सभी टीचर्स व स्टूडेंट्स के लिए अवेलेबल कराने की मांग की। वहीं असाछ के अवनीश चौबे, रजत मिश्रा, अंशुमान पटेल समेत कई स्टूडेंट्स ने मैथ्स डिपार्टमेंट के हेड डॉ। स्वदेश सिंह से क्लासेस सुचारू रूप से चलाने की मांग की। इस पर उन्होंने टीचर्स की कमी का रीजन बताया। उन्होंने बताया कि उनके यहां पर दो टीचर रिजाइन दे चुके हैं। जबकि नए टीचर का अप्वॉइंटमेंट नहीं हुआ है।
इंटरनेट मार्कशीट पर कोई जवाब नहीं आरयू में स्ट्राइक की वजह से कई सब्जेक्ट्स के रिजल्ट तैयार नहीं हो पाए वहीं कई रिजल्ट डिक्लेयर हो गए तो उनकी मार्कशीट स्टूडेंट्स को नहीं मिली। ऐसे में एमए, बीएससी सेकेंड ईयर, बीए, एमएससी समेत कई कोर्सेस के एडमिशन फंसे हुए हैं। बीसीबी के प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने यूनिवर्सिटी से परमीशन मांगी थी कि मार्कशीट ना होने के चलते उन्हें इंटरनेट मार्कशीट के आधार पर एडमिशन लेने की परमीशन दें। लेकिन आरयू ना तो समय पर मार्कशीट प्रोवाइड करा पा रहा है और ना ही उसने इंटरनेट मार्कशीट वाले मुद्दे पर कोई जवाब दिया। वहीं प्रिंसिपल ने बताया कि सारे एडमिशन पूरे होने के बाद क्लासेस रेगुलर हो जाएंगी।