बेसिक स्कूल्स में न पीने का पानी, न ही टॉयलेट
बरेली (ब्यूरो)। परिषदीय विद्यालयों की दशा औैर दिशा सुधारने के लिए सरकार की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हच्ं। बच्चों को विद्यालयों च्ें अच्छा परिवेश मिच्े, अच्छी शिक्षा उपलब्ध हो, इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसके बाद भी बरेली मंडल में 486 से अधिक स्कूल्स मूलभूत सुविधाओं से अब तक वंचित हैं। यहां पर न बिजली है, न पीने का पानी। यहां तक च्क बच्चों के लिए टॉयलेट तक की व्यवस्था नहीं है। ऐसा तब है जब टॉयलेट और हैंडवाश यूनिट के लिए सरकार की ओर से अलग से बजट स्वीकृत किया जाता है। मई में शासन की ओर से कायाकल्प के तहत धनराशि स्वीकृत की गई थी। उसके बाद भी मंडल के कई स्कूल अब तक कायाकल्प की सूची से दूर हैं। दूसरी ओर विभाग की ओर से दावा किया जा रहा है कि 95 प्रतिशत तक कायाकल्प का कार्य पूरा हो गया है।
ऐसे कैसे होगी कंप्यूटर एजुकेशन
वर्तमान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। स्मार्ट क्लास रूम और कंप्यूटर आधारित शिक्षा को अनिवार्य करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन, जब स्कूल्स में लाइट की व्यवस्था ही नहीं होगी तो ऐसे में कंप्यूटर एजुकेशन को धरातल पर उतार पाना असंभव होगा। इसके अतिरिक्त कई स्कूल ऐसे भी हैं,च्जहां बच्चों के लिए प्ले ग्राउंड तक नहीं है।
जिला बिजली की कमी शौचालय पीने का पानी
बरेली 120 50 43
पीलीभीत 70 47 39
शाहजहांपुर 95 85 35
बदायूं 75 95 92
2482 परिषदीय विद्यालय हैं जनपद में
1689 प्राथमिक विद्यालय
424च्उच्च प्राथमिक विद्यालय
364 कंपोजिट विद्यालय वर्जन
विद्यालयों में कमियों को दूर करवाने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को बोला गया है कि उनके यहां जहां-जहां पर जिन मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, उसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दें। शीघ्र ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
गिरवर सिंह, एडी बेसिक