यह रिकवरी किससे वसूलेगा निगम
लकड़ी घोटाला याद, लेकिन करोड़ों की अनियमितताओं पर खामोश निगम के अधिकारी
अपनों की लापरवाही से निगम को हुआ साढ़े 10 करोड़ रुपए रेवेन्यू का नुकसान मेयर ने दो महीने पहले नगर आयुक्त को दिए थे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देशBAREILLY: पुराने दागियों के खिलाफ रिकवरी में जुटे नगर निगम के जिम्मेदार लोग अनियमितताओं के नए मामलों पर मुंह सिले बैठे हैं। एक तरफ निगम अलाव की लकड़ी खरीद में हुए फर्जीवाड़े के दागियों से रिकवरी की बात कर रहा है। वहीं दूसरी ओर करोड़ों की अनियमितता करने वालों की शिनाख्त करने में नकारा बना हुआ है। निगम में दुकानों के आवंटन और देरी से लगाए गए टैक्स के चलते करोड़ों के नुकसान के जिम्मेदार अभी भी जांच और कार्रवाई की जद से कोसों दूर हैं। मेयर ने नगर आयुक्त को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश तो दिए, लेकिन निगम साढ़े क्0 करोड़ रुपए से ज्यादा के नुकसान करने वाले दागियों की शिनाख्त ना कर सका।
दुकानों से ख्8 लाख का लॉसमेयर ने क्0 जनवरी को निगम की एलन मॉर्केट की चार दुकानों से हुए रेवेन्यू लॉस के बारे में नगर आयुक्त को लेटर भेजा था। क्99फ् से इन दुकानों में अवैध दुकानदारों का कब्जा, प्रीमियम का बकाया और दुकानों का किराया ना मिलने से निगम को करीब ख्8 लाख का नुकसान हुआ।
टैक्स में देरी से 9 करोड़ का नुकसान निगम को हुए करोड़ों के नुकसान में सबसे अहम रोल अपने ही टैक्स डिपार्टमेंट का है। मेयर ने टैक्स से जुड़े सिर्फ 7 मुद्दों से ही निगम को सवा 9 करोड़ रुपए के रेवेन्यू के नुकसान होने की बात कही थी। इनमें कैम्फर एंड एलाइड प्रोडक्ट्स सीबीगंज पर देरी से ब् करोड़ भ्क् लाख रुपए और सचिव, कृषि उत्पादन मंडी कमेटी डेलापीर से ब् करोड़ ख्ख् लाख रुपए का लॉस हुआ है। इस देरी के लिए भी जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों पर निगम सख्त रुख ना अपना सका। थ्री-व्हीलर व छूट से भी लुटेनिगम के तहत शहर में फर्राटा भरने वाले थ्री-व्हीलर से भी निगम की मोटी देनदारी फंसी है.जानकारों के मुताबिक शहर में दौड़ रहे भ्भ्00 से ज्यादा ऑटो निगम के तहत रजिस्टर्ड हैं। एनुअल फीस के तौर पर निगम को हर साल इनसे करीब ख्7. भ्0 लाख की वसूली की जानी थी, लेकिन दो सालों से कोई वसूली नहीं हुई। इससे निगम को करीब भ्भ् लाख का चूना लगा है। वहीं निगम अधिनियम के खिलाफ कॉमर्शियल प्रॉपर्टी टैक्स में ख्भ् परसेंट की छूट देने से निगम को करीब क् करोड़ रुपए का झटका लगा।
समय रहते क्यों नहीं जगते लकड़ी फर्जीवाड़े के दागियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लोकायुक्त व कमिश्नर ने आदेश दिया था, लेकिन दागियों के निगम में रहने तक कभी कार्रवाई नहीं हुई। खुद मेयर भी निगम से कुछ दिन पहले रिलीव हुए जेई के खिलाफ रिकवरी का मामला उठाने से कतराते रहे। यही हाल करोड़ों के रेवेन्यू लॉस का भी है। निगम में अनियमितता के चलते करोड़ों के नुकसान कीजांच रिपोर्ट नहीं मिली है। निगम से रिलीव हुए जेई की फाइल उनके जाने से कुछ दिन पहले ही मिली थी। जिस पर संज्ञान लिया गया। अधिकारियों की लापरवाही के चलते निगम समय रहते ऐसे अफसरों से रिकवरी नहीं कर सका। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर दागियों से रिकवरी और अनियमिता से करोड़ों के रेवेन्यू टैक्स लॉस की जांच रिपोर्ट पर नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह से संपर्क नहीं हो सका। कई बार फोन करने के बाद भी नगर आयुक्त फोन पर अवेलेबल नहीं हुए।