एजेंडे पर आपत्ति, कार्यकारिणी बैठक रद
पुरानी बैठकों के मिनट्स और खर्चो का ब्योरा न मिलने से नाराज रहे सदस्य
एजेंडे से नाराज सदस्यों की मेयर संग बैठक, जानकारी न मिलने तक बैठक नहीं टैक्स मामले में पार्षद बुलाएंगे अध्याचित बैठक, शासन को जाएगी रिपोर्ट BAREILLY: नगर निगम की बैठकों के लिए बनाए जाने वाले एजेंडे एक बार फिर खामियों की खान साबित हुए। जिसका खमियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ा। क्ख् जनवरी को होने वाली निगम कार्यकारिणी बैठक एजेंडे में खामियां होने और पूरी जानकारी न होने के चलते रद कर दी गई। एजेंडे में पहले हो चुकी तीन कार्यकारिणी बैठकों की कार्यवाही न होने पर सदस्यों ने मेयर डॉ। आईएस तोमर से आपत्ति जताई। साथ ही एजेंडे में खर्चो का पूरा हिसाब न दिए जाने से भी सदस्य नाराज रहे। जिसके बाद एजेंडे में मांगी गई सभी पत्रावलियां मिलने तक कार्यकारिणी बैठक को रद कर दिया गया है।नहीं दिया खर्चो का ब्योरा
एजेंडे में सबसे बड़ी खामी नवंबर व दिसंबर ख्0क्ब् में निगम की इनकम और खर्चो का ब्योरा न होना भी रहा। जिससे इन दो महीनों में निगम की ओर से किए गए खर्चो पर सदस्यों को जानकारी न हो सकी। वहीं निगम एक्ट में प्रोविजन न होने के बावजूद एजेंडे में मेयर की प्रत्याशा में क्.80 करोड़ रुपए बजट से हॉटमिक्स सड़कों के निर्माण के क्0 प्रस्ताव शामिल किए गए। इसके अलावा कार्यकारिणी की मंजूरी बिना ही क्भ् लाख रुपए से ज्यादा बजट वाले निर्माण कार्यो को एजेंडे में शामिल कर ि1दया गया।
मेयर ने बुलाया एक्सईएन को बैठक के एजेंडे से नाराज कार्यकारिणी सदस्यों ने मंडे दोपहर क्.फ्0 बजे मेयर से कैम्प ऑफिस में मुलाकात की। राजेश अग्रवाल, ओवेश खान, सुखदीश यादव, छंगामल मौर्य, सैय्यद रेहान अली और बब्लू खान सहित अन्य सदस्यों की आपत्ति पर मेयर ने एक्सईएन गयूर अहमद को संबंधित फाइलों संग बुलवाया। एजेंडे में तमाम खामियां मिलने पर एक्सईएन ने गलती मानते हुए इसे बाबू की चूक बताया। नाराज कार्यकारिणी सदस्यों ने एजेंडे में लगाए गए प्रस्तावों को गुमराह करने वाला करार दिया। जिसके बाद सभी सदस्यों ने मेयर के नाम एक लेटर तैयार कर बैठक को रद किए जाने की मांग उठाई। ख्ख् जनवरी से पहले बैठक नहींएजेंडे पर सदस्यों की आपत्तियों को सही मानते हुए और बैठक रद किए जाने की मांग पर मेयर ने नगर आयुक्त को एस लेटर भेजा। जिसमें म् मुद्दों पर पत्रावलियां न मिलने तक कार्यकारिणी की बैठक रद किए जाने के निर्देश दिए। इनमें आउटसोर्सिग पर रखे गए कर्मचारियों व गार्डो के वेतन व उनकी नियुक्ति के नियम की सूची, नवंबर व दिसंबर ख्0क्ब् के मासिक खर्चो का ब्यौरा, क् अप्रैल से दिसंबर ख्0क्ब् तक बरेली की सभी कॉमर्शियल इमारतों के टैक्स का ब्योरा और नगर आयुक्त की ओर से पिछले साल भ् से क्0 लाख के संविदाओं की जानकारी मांगी गई है। फिलहाल रद हुई बैठक के अब ख्ख् जनवरी से पहले किसी भी सूरत में न हो पाने की संभावना बन गई हे।
गर्माया अध्यािचत की मुद्दा कार्यकारिणी बैठक के एजेंडे में बरती गई लापरवाही व खामियों से नाराज सदस्यों ने एक बार फिर निगम प्रशासन को आड़े हाथों लिया। बैठक रद होने के बाद सदस्यों के बीच टैक्स का मामला फिर उठा। जिसके बाद टैक्स फर्जीवाड़े के खिलाफ जल्द ही मेयर से अध्याचित बैठक बुलाए जाने की मांग उठी। सदस्यों ने कार्यकारिणी की बैठक रद होने पर अध्याचित बैठक का प्रस्ताव तैयार करने का मन बनाया। जिसमें निगम के पास टैक्स की दरें कम किए जाने का अधिकार होने के बावजूद इसे कम न कर शासन के पास भेजे जाने की शिकायत भी रखी जाए।