निगम में अब डाक पर बवाल
-- नगर आयुक्त ने मेयर हाउस से आने वाली डाक पर लगाई रोक
-- मेयर ने मामले से पल्ला झाड़ा, निगम में फिर टकराव की स्थिति - नगर आयुक्त ने मेयर हाउस से आने वाली डाक पर लगाई रोक -- मेयर ने मामले से पल्ला झाड़ा, निगम में फिर टकराव की स्थितिBAREILLY: BAREILLY: नगर निगम एक बार फिर दो बड़े धुरंधरों के बीच अहम की जंग का मैदान बनता दिख रहा है। आपसी मेल मिलाप के तमाम ऊपरी दिखावों के बावजूद इन दोनों धुरंधरों के बीच अंदरुनी जंग जारी है। एक नए मामले ने निगम में चल रही इस पुरानी अदावत को फिर से हवा देने का काम किया है। निगम एडमिनिस्ट्रेशन के सेंट्रल ऑफिस में मेयर हाउस से भेजी जाने वाली तमाम डाक को खारिज किया जा रहा है। सेंट्रल ऑफिस को खास निर्देश दिए गए हैं कि मेयर हाउस से आने वाली किसी भी डाक को डिस्पैच न किया जाए, जिसके बाद निगम से बैरंग वापस लौटाई जा रही यह तमाम डाक मेयर हाउस से जुड़े जिम्मेदारों को मुंह चिढ़ा रही है।
फर्जी कंप्लेन बताई वजहनिगम में मेयर हाउस से आने वाली डाक को जगह ना दिए जाने की वजह फर्जी कंप्लेन बताई जा रही है। मेयर हाउस से आने वाली डाक में ज्यादातर में बेवजह कंप्लेन किए जाने की बात कही गई है। जिसके बाद नगर आयुक्त ने फौरन ही मेयर हाउस की डाक पर संज्ञान लेने और इसे डिस्पैच कर आगे बढ़ाने से रोक दिया। नगर आयुक्त के इस फैसले के बाद से मेयर हाउस के जरिए अपनी प्रॉब्लम निगम को भेजने वाले लोग भी परेशान हैं। जिन पर हाल फिलहाल कोई सुनवाई नहीं की जाएगी।
अधिकारियों में थी नाराजगी मेयर हाउस से भेजी जा रही डाक पर निगम के अधिकारियों में भी खासी नाराजगी थी। निगम के अधिकारियों ने इन डाक पर नगर आयुक्त से अपनी आपत्ति जताई थी, जिसमें बिना ठोस आधार और वजह के अधिकारियों की वर्किंग पर सवाल उठाए जाने की शिकायत कही गई। निगम में टैक्स, रेंट व निर्माण संबंधी मामलों पर ही सबसे ज्यादा डाक मेयर हाउस से भेजी जाती है। टैक्स निस्तारण, गलत टैक्स और निर्माण संबंधी डाक पर लगातार कंप्लेन से ही खफा अधिकारियों ने अपनी नाराजगी ि1दखाई थी। पर्दे में चल रही जंगनगर आयुक्त बनाम मेयर की खुली जंग का गवाह बना निगम इस बार एक अलग ही नजारा देख रहा है। निगम में नगर आयुक्त ऑफिस बनाम मेयर हाउस के बीच कई मुद्दों पर जबरदस्त तनातनी चल रही है। लेकिन इस अदावत में भी दोनों खेमें पर्दे में रहकर एक दूसरे के खिलाफ अपने तीर चला रहे हैं। मेयर हाउस में अटैच्ड क्भ् कर्मचारियों का ड्यूटी पर न होने का मामला हो, या फिर उपनगर आयुक्त की रवानगी को लेकर दबी जुबानी जंग, दोनों ही खेमें बिना लाइम लाइट में आए अपने पैंतरे इस्तेमाल कर रहे हैं।
मेयर हाउस से आने वाली डाक में फर्जी मामले होने की कंप्लेन मिल रही हैं। बिना वजह भेजी जा रही इन डाक को फिलहाल रिसीव न किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। उमेश प्रताप सिंह नगर आयुक्त मेयर हाउस की डाक खारिज किए जाने की मुझे कोई जानकारी नहीं मिली है। मेयर हाउस में किसी डाक के वापस आने की सूचना नहीं है। ऐसा होता है तो उचित कदम उठाएंगे। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर