शासन तक पहुंची प्लांट की नाकामी
-नगर आयुक्त ने सीएमड यूपी व होम सेक्रेटरी को भेजी प्लांट की रिपोर्ट
-प्लांट ओनर का आने से इंकार, निगम ले रहा लीगल कार्रवाई पर राय BAREILLY: सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की नाकामी की गूंज अब शासन के कानों तक पहुंच गई है। प्लांट की वर्किंग को लेकर कार्यदायी एजेंसी पर निशाना साधते हुए नगर निगम ने इसकी रिपोर्ट आला अफसरान तक पहुंचा दी है। नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने सीएमडी यूपी और होम सेक्रेटरी को इस बारे में एक लेटर भेजा है, जिसमें बकाए बिल का पेमेंट ना होने और एजेंसी ओनर के कोऑपरेट ना करने से प्लांट पर पड़ रहे असर का हवाला दिया गया है। पिछले कई महीनों से प्लांट की वर्किंग और इसका प्रोडक्शन अपने निचले स्तर पर आ गया है। जिसके बाद एजेंसी के गैर जिम्मेदाराना रवैये पर शासन की सख्ती की उम्मीद की जा रही है। प्लांट ओनर का आने से इंकारप्लांट चलाने वाली एजेंसी एकेसी के ओनर मो। नाजिम ने बकाए बिल का पेमेंट करने के लिए निगम आने से इंकार कर दिया है। प्लांट पर पॉवर कॉरपोरेशन के फ्ख् लाख रुपए का बकाया है। जिसका पेमेंट न किए जाने पर प्लांट की बिजली काट दी गई थी। नगर आयुक्त ने प्लांट ओनर मो। नाजिम को लीगल नोटिस जारी कर निगम आने और बकाया पेमेंट करने के निर्देश दिए थे। लेकिन 7 मार्च को प्लांट का बकाया बिल अदा करने की बात करने वाले मों। नाजिम ने समय न होने का हवाला देते हुए निगम आने साफ इंकार कर दिया। नगर आयुक्त इस मामले में कार्रवाई करने के लिए लीगल सजेशन ले रहे हैं।
बाउंस चेक के बाद पोस्ट डेट चेक एजेंसी ओनर मो। नाजिम की ओर से प्लांट का बकाया बिल पेमेंट करने को कुछ दिन पहले फ्.भ्0 लाख रुपए का चेक दिया गया था। पॉवर कॉरपोरेशन को दिया गया यह चेक बाउंस हो गया था। जिसके बाद ही नाराज पॉवर कॉरपोरेशन ने प्लांट की बिजली काट दी थी। बाउंस चेक के बेसिस पर भी एजेंसी ओनर के खिलाफ कार्रवाई की बात हो रही है। वहीं एजेंसी ओनर ने एक बार फिर नगर निगम को ख्7 लाख रुपए का अप्रैल महीने का पोस्ट डेट चेक भेजा है। जिसे फिलहाल निगम ने मंजूर नहीं किया है। फ्क् तक पॉवरलेस रहेगा प्लांटपॉवरकट की प्रॉब्लम झेल रहे प्लांट में फिलहाल फ्क् मार्च तक पॉवर कॉरपोरेशन का करंट नहीं दौड़ेगा। नगर आयुक्त का कहना है कि फ्क् मार्च के बाद ही प्लांट की पॉवर सप्लाई चालू कराने की कवायद शुरू की जा सकेगी। एजेंसी ओनर के बकाए बिल का पेमेंट करने से इंकार और पॉवर कॉरपोरेशन की वसूली की कवायद के चलते प्लांट को फिर पॉवर देने में दिक्कतें हो रही हैं। वहीं बिना बिजली प्लांट का काम काज भी बुरी तरह ठप पड़ रहा है। जेनरेटर के जरिए सिर्फ कूड़ा छांटने और कंपोस्ट बनाने का ही काम चालू है, जबकि कूड़े से फ्यूल बनाने और इसके निस्तारण का काम ठप है।
एजेंसी ओनर ने समय न होने का हवाला देकर आने से इंकार कर दिया है। विधिक राय लेकर प्लांट ओनर के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी है। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त