क्राइसिस सिचुएशन से निपटने को पुलिस का एक्शन प्लान
क्राइसिस सिचुएशन में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर पर काम करेगी पुलिस
- सिटी के हालात को देखते हुए पुलिस ने बनाया प्लान - 30 सेकेंड में मौके पर निकलेगी थाना मोबाइल BAREILLY: हैलो चार्ली कंट्रोल रूम, टेररिस्ट अटैक या बवाल हुआ है, जल्द मौके पर फोर्स भेजो। जी हां, आतंकी हमले या बवाल या फिर अन्य किसी क्राइसिस के समय कुछ इसी तरह के मैसेज फ्लैश होते ही थाना मोबाइल पुलिस को फ्0 सेकेंड में घटनास्थल पर निकलने की तैयारी करनी होगी और भ्-7 मिनट में चीता मोबाइल को पहुंचना होगा। पुलिस के इस प्लान को 'स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग फॉर क्राइसिस सिचुएशन फॉर पुलिस स्टेशन' नाम दिया गया है। प्लान को पूरे थाने में भेजने के साथ ही एसएसपी ने इसे फॉलो करने के लिए टाइम के साथ-साथ सभी की जिम्मेदारी फिक्स कर दी है। इन स्थितियों में लागू हो जाएगा प्लान - आतंकी हमला।- महत्वपूर्ण व्यक्ति की हत्या।
- पुलिस में व्यापक स्तर पर विद्रोह। - धार्मिक उन्माद। - महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों पर हमला। - कोई सनसनीखेज अपराधिक घटना। - बड़ी दुघर्टना होने पर यह प्लान तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा। 7 मिनट में पहुंचना होगा चीता कोइसमें से अगर कोई भी सूचना पुलिस को मिलेगी तो थाना मोबाइल पुलिस फ्0 सेकेंड में घटनास्थल पर निकलने के लिए तैयार होगी। संबंधित एरिया की चीता मोबाइल को भ् से 7 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचना होगा। यही नहीं चौकी इंचार्ज को 7 से क्0 मिनट और थाना मोबाइल को क्0 से क्ख् मिनट तक घटनास्थल पर हर हाल में पहुंचना होगा।
थाना ऑफिस तुरंत सीसीआर में करेगा कॉल इस तरह की किसी भी सूचना पर थाना ऑफिस को थाने के सभी स्टाफ को तुरंत सूचित करना होगा। घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले यानी फर्स्ट रेस्पांडर से घटना की रियलिटी जानकर तुरंत सिटी कंट्रोल रूम को अवगत कराएंगे। जरूरत के हिसाब से तुरंत थाना की अन्य फोर्स को भी मौके पर भेजेंगे। ड्राइवर को तुरंत गाड़ी करनी होगी मूवअगर थाना मोबाइल थाना में है तो ड्राइवर को हर समय मय हमराह के तैयार रहना होगा और थाना मोबाइल फ्0 सेकेंड में घटनास्थल के लिए निकल जाएगी। व्हीकल में हर वक्त दंगा रोधी उपकरण व वीडियो कैमरा मौजूद रहेगा। अगर थाना प्रभारी भी थाने पर मौजूद नहीं या तैयार नहीं हैं। ऐसी हालत में उनका बिना इंतजार किए मौके पर मौजूद दिवसाधिकारी या रात्रि अधिकारी के साथ मय फोर्स के मौके से निकल जाएगा। अगर जरूरत पड़ेगी तो वापस थाना प्रभारी व फोर्स को लेने आएगा। अगर थाना मोबाइल एरिया में है तो भी उसे मय फोर्स के घटनास्थल पर पहुंचना होगा। मौके पर पहुंचकर तुंरत ड्राइवर को अपनी लोकेशन व स्थिति के बारे में सीसीआर को नोट कराना होगा।
थाना प्रभारी सूचना को लेंगे गंभीरता से किसी भी प्रकार की आकस्मिक सूचना को गंभीरता से लेगा और तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करेगा। हालात के बारे में तुरंत सीनियर अधिकारियों को रिपोर्ट करना होगा। जरूरत पड़ने पर तुरंत सीसीआर से एक्स्ट्रा फोर्स की डिमांड करेगा। यही नहीं जरूरत के हिसाब से ट्रैफिक पुलिस, फायर टेंडर और एंबुलेंस को भी मौके पर बुलाएंगे। घटना के बाद इसका रिकॉर्ड भी थाना के रजिस्टर में लिखना होगा।