नारी निकेतन की महिला से जिला अस्पताल में छेड़छाड़
बरेली (ब्यूरो)। जिला अस्पताल में सोमवार की रात नारी निकेतन की महिला से युवक ने छेड़छाड़ कर दी। ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने आरोपित को पकडऩे का प्रयास किया। लेकिल, वह महिला कांस्टेबल को धक्का देकर भाग गया। महिला सिपाही की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ नामजद प्राथमिकी लिखी गई है।
सुरक्षा पर सवालिया निशान
नारी निकेतन में ड्यूटी करने वाली महिला कांस्टेबल ने बताया कि उनकी ड्यूटी इस समय जिला अस्पताल के महिला वार्ड में चल रही है। सोमवार को नारी निकेतन से एक युवती जिला अस्पताल में लाई गई तो उसकी जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई। रात करीब साढ़े दस बजे जब वह वार्ड में युवती को देखने गई तो वहां पर इज्जतनगर के रामनगर कालोनी का रहने वाला सुमंत मिश्रा युवती के साथ अश्लील हरकतें कर रहा था। उसके साथ जबरदस्ती करने की भी कोशिश कर रहा था। जब कांस्टेबल उसे पकडऩे दौड़ी तो वह उसे धक्का देकर भाग गया। मामले में कांस्टेबल ने कोतवाली जाकर प्राथमिकी लिखाई है। हैरत की बात यह है कि वार्ड के अंदर केवल युवती ही भर्ती नहीं थी, बल्कि वहां पर कई अन्य मरीज और उनके तीमारदार भी थे। ऐसे में आरोपित किस तरह से महिला वार्ड में घुसा और छेड़छाड की घटना को अंजाम दिया, इससे अस्पताल प्रशासन के साथ पुलिस पर भी सवालिया निशान लग गया है।
जिला अस्पताल में एक चौकी भी बनाई गई है जिससे वहां पर होने वाली आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। चौकी पर एक एसआई के साथ कांस्टेबल भी तैनात रहता है। इसके बाद भी आए दिन अस्पताल में चोरी, टप्पेबाजी की घटनाएं होती रहती थीं। मगर अब तो नौबत वार्ड के अंदर घुसकर छेड़छाड़ तक पहुंच गई है। घटना के बाद कोई भी अधिकारी कुछ स्पष्ट तरीके से बोलने को तैयार नहीं है। एडीएसआईसी बोले- हमारे यहां से हो गई थी डिस्चार्ज
इस मामले में एडीएसआईसी डॉ। मेघ ङ्क्षसह ने कहा कि वो युवती हमारे यहां से डिस्चार्ज हो गई थी। वार्ड में भर्ती नहीं थी, मगर डिस्चार्ज होने के बाद भी वह वहां से नहीं गई। कई बार उससे जाने के लिए बोला-तो उसके साथ आए जिम्मेदारों ने भी बहाने बना दिए। कहा कि अभी उनके पास गाड़ी नहीं है, कैसे लेकर जाएं।
सीसीटीवी खराब मिलते हैं
जिला अस्पताल में कहने तो सीसीटीवी लगे हुए हैं मगर कोई भी घटना होने पर वहां के सीसीटीवी खराब ही मिलते है। च्ीते दिनों बच्चा वार्ड के सामने एक महिला से टप्पेबाजी हुई थी। जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो पच चला कि बच्चा वार्ड के सामने का कैमरा खराब मिला। इसी तरह से सोमवार को एक च्हिला का बच्चा दवा की लाइन से गायब हो गया था। जब च्हिला को बच्चा नहीं मिला तो सीसीटीवी देखे गए तब भी सीसीटीवी खराब निकले। इसी तरह से सोमवार रात की घटना भी सीसीटीवी में कैद नहीं हुई। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि जब भी कोई घटना होती है तो वहां के सीसीटीवी खराब ही होते हैं।