तो अध्यादेश से बसेगी गोकुलनगरी
-शहर की डेयरीज को बसाने की सालों पुरानी योजना अधर में
-मेयर बरेली के लिए अध्यादेश जारी करने को सीएम को भेजेंगे लेटरBAREILLY: शहर को साफ सुथरा रखने में रोड़ा बनी अवैध डेयरीज को हटाने में नाकाम नगर निगम अब सरकार की शरण में जाने की तैयारी कर रहा है। पिछले क्0 साल से शहर को डेयरीज से दूर रखने में नगर निगम करीब हार ही मान चुका है। शहर की लाइसेंस्ड और अवैध दोनों ही तरह की डेयरीज को शहर से बाहर गोकुलनगरी में बसाने की योजना तो बनी, लेकिन कागजों से निकलकर कभी जमीन पर उतर न सकी। ऐसे में मेयर डॉ। आईएस तोमर अब लखनऊ की तर्ज पर ही बरेली में भी इन डेयरीज को हटाने के लिए सीएम से अपील करेंगे। मेयर ने सीएम को बरेली की तमाम डेयरीज को नगर सीमा से बाहर बसाए जाने का अध्यादेश जारी करने के लिए लेटर भेजने की बात कही है। जिससे अवैध डेयरीज की परेशानी से निजात मिलने के साथ ही शहर को साफ रखने में भी मदद मिलें।
बीडीए ने नहीं ली जमीनशहर की सभी डेयरीज को गोकुलनगरी में बसाए जाने की निगम की योजना कई साल पुरानी है। साल दर साल गोकुलनगरी बनाए जाने को लेकर निगम के जिम्मेदार जब तब दावे करते आएं हैं, लेकिन इस पर कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका। निगम ने गोकुलनगरी बसाए जाने को लेकर परसाखेड़ा में 8ब् बीघा और नंदौसी में म्भ् बीघा जमीन को चिन्हित किया है, लेकिन इस पर गोकुलनगरी बनाए जाने का काम शुरू नहीं हो सका है। मेयर ने इसके लिए बीडीए को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि बीडीए ने इस जमीन को अब तक लेने में दिलचस्पी ही नहीं दिखाई। बीडीए को जमीन हैंडओवर न होने से गोकुलनगरी का प्रोजेक्ट भी लटका पड़ा है।
- गोकुलनगरी बनाने के लिए बीडीए ने अब तक जमीन का हैंडओवर ही नहीं लिया। इस बारे में बीडीए को दो बार लेटर भी भेजा जा चुका है। बीडीए के चीफ इंजीनियर से कुछ दिन पहले ही इस प्रोजेक्ट का काम शुरू होने पर चर्चा हुई है। बिना अध्यादेश बरेली से डेयरीज को बाहर भेजना मुमकिन नहीं। इस बारे में सीएम को लेटर भेजकर अध्यादेश जारी किए जाने की अपील करेंगे। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर